प्रतिदिन बारिश के पानी की छोटी-छोटी किस्त शहर को मिल रही है। इससे संभावना बन रही है कि इस माह बारिश 350 मिमी को पार कर जाए। इस साल मानसूनी सीजन के बचे कुछ दिनों में करीब एक इंच पानी भी बरस जाता है तो नौ वर्ष में दूसरी बार सितम्बर के महीने में औसत से ज्यादा बारिश होगी। इससे पहले सितम्बर, 2014 में 228.6 मिमी वर्षा रेकार्ड हुई थी। नौ सालों में तीन वर्ष ऐसे भी रहे जिसमें सितम्बर माह में औसत के आधे भी बारिश नहीं हुई। वर्ष 2015, 2016 और 2018 में सितम्बर के महीने में वर्षा बेहद कम हुई। लंबे समय बाद ऐसा मौका आया जब सितम्बर के दूसरे पखवाड़े में भी बूंदाबांदी का दौर जारी है।
सुबह धूप, दोपहर में बूंदाबांदी
शहर में शुक्रवार को आसमान साफ होने के साथ ही करीब तीन-चार घंटे तक धूप खिलीं। उमस और गर्मी का अहसास होने लगा। इसके साथ ही मौसम अचानक बदलने लगा। दोपहर को करीब एक बजे अचानक आसमान में काले बादल छा गए। कुछ ही देर में तेज बारिश शुरू हो गई। करीब एक घंटे तक शहर के अलग-अलग हिस्सों में कहीं रुक-रुक तेज और कहीं पर हल्की वर्षा हुई। इस अवधी में करीब तीन मिमी बारिश रेकॉर्ड हुई। बारिश के बाद उमस और गर्मी का अहसास कम हो गया। शाम को मौसम सुहाना हो गया।
मौसम विज्ञान केंद्र में वैज्ञानिक सहायक देवेंद्र कुमार तिवारी के अनुसार शुक्रवार को मानूसनी सिस्टम का प्रभाव नहीं था। स्थानीय बादलों से दोपहर में बारिश हुई। बूंदाबांदी के बाद शुक्रवार की शाम को ठंडी हवा चली। तापमान सामान्य के आसपास बना रहा। मौसम खुशनुमा बना रहा। अधारताल स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अधिकतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 24 डिग्री रेकॉर्ड हुआ। आद्र्रता सुबह के समय 81 प्रतिशत और शाम को 88 प्रतिशत थीं। दक्षिण पूर्वी हवा एक किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चली। दोपहर में 3 मिमी बारिश के साथ सीजन में कुल वर्षा 1529.5 मिमी हो गई है। शनिवार को संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारे पडऩे की संभावना है।