निगम की ज्यादातर दुकानें 1990 के पहले बनीं थीं
नगर निगम की दुकानें हुईं जर्जर, रख-रखाव में हो रही लापरवाही
ये दुकानें सबसे पुरानी
गुरंदी, गलगला, निवाड़गंज, बलदेवबाग, पुराना बस स्टैंड व राइट टाउन स्टेडियम स्थित बाजार की दुकानें सबसे पुरानी हैं। इन बाजारों की कई दुकान तो पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं। लेकिन दुकानों के सिविल स्ट्रक्चर की जांच और मरम्मत का काम नहीं कराया जा रहा है।
निवाड़गंज में मल्टी स्टोरी बाजार प्रस्तावित
निवाड़गंज में सब्जी की पुरानी मंडी को तोड़कर व्यविस्थत स्वरूप देने के लिए मल्टी स्टोरी बाजार भवन का निर्माण कार्य तीन साल से प्रस्तावित है। निगम प्रशासन से लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस प्रोजेक्ट में रुचि दिखाई थी, लेकिन इस प्रोजेक्ट फाइलों में कैद हो गया। इसी तरह से पुराने बस स्टैंड की खाली हुई जमीन पर कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स के निर्माण की दिशा में भी अब तक काम शुरू नहीं हो सका है।
यह है स्थिति
2 हजार से ज्यादा दुकानें हैं निगम की
3 दशक से ज्यादा पुरानी हैं ज्यादातर दुकानें
20 प्रतिशत दुकानों का सिविल स्ट्रक्चर ज्यादा खतरनाक
55 से ज्यादा स्थानों पर हैं निगम की दुकानें
नगर निगम के कुछ बाजार काफी पुराने हैं, उनकी मरम्मत के लिए प्रस्ताव तैयार करेंगे, जिससे की सभी के सिविल स्ट्रक्चर की जांच करने के साथ ही दुकानों की मरम्मत का काम कराया जा सके।
– दिनेश प्रताप सिंह, बाजार अधीक्षक, नगर निगम