ये हैं मामला
घटना स्थल निरीक्षण एवं शव पंचनामा कर मर्ग जांच में पाया गया कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा ऋषभ जैन के सिर व चेहरे पर किसी ठोस वस्तु से मारकर हत्या की गई है एवं साक्ष्य छिपाने के लिए शव बजरी से ढांक दिया है। पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सक ने मृतक के सिर चेहरे पर किसी ठोस वस्तु से मारकर हत्या करना बताया। सम्पूर्ण जांच पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 208/19 धारा 302,201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया। घटना की जानकारी लगने पर पुलिस अधीक्षक अमित सिंह , अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. रायसिंह नरवरिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शिवेश सिंह बघेल भी भेड़ाघाट पहुंचे एवं घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया एवं पूछताछ करते हुए पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने आरोपी की पतासाजी के सम्बंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी करने आदेशित किया।
48 घंटे में खोज निकाले हत्या के आरोपी
आदेश के परिपालन मे अति. पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. रायसिंह नरवरिया एवं अति. पुलिस अधीक्षक अपराध शिवेश सिंह बघेल, तथा न.पु.अ. बरगी रवि चौहान के मार्ग निदेशन एवं थाना प्रभारी भेड़ाघाट शशि विश्वकर्मा के नेतृत्व में थाना स्टाफ तथा क्राइम ब्रांच एवं सायबर सेल की टीम गठित की गयी। परिस्थिति जन्य साक्ष्य एवं साइंटिफिक इन्वेस्टिगेशन के आधार पर तीनों आरोपी पुरुषोत्तम रजक उर्फ भोला पिता चतुर्भुज रजक (25) निवासी खेरमाई मंदिर के पास वार्ड न. 3 भेड़ाघाट ,वीरेन्द्र उर्फ बाबू भूमिया पिता हरछठ भूमिया (28) निवासी अंकित किराना स्टोर के पास वार्ड नं.7 भेड़ाघाट, शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया पिता राम सिंह भूमिया (22) निवासी टिकरा वार्ड नं.2 भेड़ाघाट को पकड़ कर सघन पूछताछ की गई। पूछताछ करने पर पुरुषोत्तम उर्फ भोला रजक एवं वीरेन्द्र उर्फ बाबू भूमिया, शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया ने स्वयं के पर कर्ज होना बताते हुए कर्ज उतारने के लिए 15 दिन पहले एक प्लान बनाया था कि ऋषभ जैन को बियर पिलाकर उसे बेहोश कर उसको बजरी में गाडकऱ उसके मोबाइल से ऋषभ जैन के परिवार को फोन लगाकर 2 लाख रुपए की मांग करके अपना कर्ज उतार देंगे।
कर्ज चुकाने फिरौती की बनाई थी योजना
योजना के मुताबिक पुरुषोत्तम रजक ने बताया कि 13 जून की सुबह 10.30 बजे ऋषभ जैन दुकान खोलकर घर तरफ जा रहा था, तभी उसके दिमाग में बात आई कि आज इसको निपटाना है फिर शाम को 6 बजे भोला बाबू के घर गया और उसको प्लान बताया, रात लगभग 9 बजे पुरुषोत्तम उर्फ भोला अपनी मोटर साइकिल से बाबू और शिब्बू को स्वर्गद्वारी के पास ले गया, जहां बाबू और शिब्बू छिप गए, फिर पुरुषोत्त्म उर्फ भोला ने ऋषभ जैन को फोन करके बियर पीने के लिए स्वर्गद्वारी में बुलाया। 5 मिनिट में ऋषभ जैन स्वर्गद्वारी सीढ़ी के पास पहुचा, भोला और ऋषभ जैन नीचे बैठकर बियर पीने लगे तभी भोला ने उपर की तरफ देखकर बाबू को इशारा किया तो बाबू ने ऋषभ जैन के सिर पर एक बड़ा पत्थर फेंक दिया पत्थर लगने से ऋषभ जैन के सिर के पीछे चोट लग गई और खून निकलने लगा। ऋषभ जैन चिल्लाने लगा तो भोला ने फिर से पत्थर उठाकर ऋषभ जैन के सिर पर पटक दिया, जिससे ऋषभ जैन की मृत्यु हो गई। ऋषभ को मृत देख तीनो घबरा गए। भोला ने बाबू को लाश ले जाने के लिये बोरा, जो कि मोटर साइकिल मे छिपाकर रखा था लाने को बोला, कुछ ही देर मे बाबू बोरा लेकर पहुंचा तो तीनो ने मिलकर मृतक ऋषभ जैन को बोर में भरकर घसीटकर बजरी में ले गए, वहीं बिना बेंत के फावड़े से बजरी में गड़ा दिया।
इसके बाद बोरा और फावड़ा नदी मे फेंक दिया व ऋषभ जैन के पर्स को नदी के किनारे गाड़ दिया, ऋषभ जैन का मोबाइल पुरुषोत्तम उर्फ भोला ने अपने पास रख लिया, दूसरे दिन पुरुषोत्तम उर्फ भोला, ऋषभ जैन के परिवार से पैसों की बात करता, लेकिन डर गया फिर शाम 4.30 बजे मृतक ऋषभ जैन की गाड़ी एवं ऋषभ जैन का शव पुलिस को मिल जाने के कारण भोला ने मोबाइल को नया पुल के नीचे कुंड मे फेंक दिया।
मृतक के करीबी निकले आरोपी
उल्लेखनीय है कि घटना स्थल के निरीक्षण पर शुरू से ही लग रहा था कि ऋषभ जैन की हत्या किसी नजदीगी व्यक्ति के द्वारा की गयी है। पकड़ा गया आरोपी पुरुषोत्तम उर्फ भोला रजक भेड़ाघाट स्थित शगुन होटल में कपडा धोने एवं प्रेस करने का काम करता था, तथा मृतक ऋषभ जैन से अच्छी जान पहचान थी, साथ में घूमना फिरना एवं खाना-पीना था, बाबू उर्फ वीरेन्द्र भूमिया भेडाघाट में अण्डे की दुकान लगाता था, कर्ज में होने के कारण वर्तमान में दुकान बंद कर दिया था, वहीं शिवा उर्फ शिब्बू भूमिया मृतक ऋषभ जैन की मूर्ति की दुकान में काम करता था। उपरोक्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मृतक के पर्स आदि की बरामदगी के लिए न्यायालय के समक्ष पेश कर पुलिस रिमाण्ड पर लिया जा रहा है।
पकडऩे में इनकी रही महत्वपूर्ण भमिका
आरोपियो की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी भेड़ाघाट शशि विश्वकर्मा, क्राइम ब्रांच के प्रधान आरक्षक धनंजय सिंह, विजय शुक्ला, आरक्षक बीरबल, मोहित उपाध्याय, दीपक रघुवंशी, नितिन, थाना भेड़ाघाट के उनि आर.एस.उपाध्याय, अशोक मंडावी, प्रधान आरक्षक शिवचरण दुबे, आरक्षक हरीओम, छन्नूलाल, दिनेश, रूपेश म.आर.सपना, माधुरी की सराहनीय भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।