पत्रिका के स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर उमाघाट में हुई महाआरती, उमड़ी भीड़
सर्द हवाओं के बीच उत्साह का नजारा
सोमवार को नर्मदा किनारे सर्द हवाएं जोर पकड़ रहीं थीं, लेकिन महाआरती में आए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। लोग माता के जयकारों के बीच महाआरती में सपरिवार शामिल हुए। स्वामी रामकेशवा महाराज चूड़ावाले ने कहा पत्रिका ने मां नर्मदा के संरक्षण और संवर्धन के लिए अभियान चलाया। जिसके परिणाम स्वरूप आज लोगों को विसर्जन कुंड मिला है। इसके लिए हर संभव प्रयास और संत समाज, जनमानस का पूरा सहयोग मिला। विसर्जन कुंडों के बनने से नर्मदा का प्रदूषण बहुत बड़ी मात्रा में कम हुआ है।
नर्नदा महाआरती संस्थापक पं. ओंकार दुबे ने कहा सामाजिक सरोकारों के लिए पत्रिका आज भी सबसे आगे है। सामाजिक, राजनीतिक मुद्दों के अलावा जन समस्याओं को प्रमुखता से प्रकाशित करने और उनके समाधानों के लिए हर पूरी निष्ठा के साथ कार्य कर रहा है।
नर्मदा स्वच्छता की दिलाई शपथ
महाआरती के बाद ओंकार दुबे ने उपस्थित जनमानस को नर्मदा स्वच्छता और संवर्धन की शपथ दिलाई। उन्होंने लोगों से किसी भी प्रकार की गंदगी नर्मदा में प्रवाहित नहीं करने की अपील भी की।
ये हुए शामिल
नर्मदा महा आरती में न्यायाधीश आलोक जैन चंडीगढ़, मैत्री वर्मा, पत्रिका के बीएम पंकज शर्मा, प्रकाश दुबे, अनुपम पांडे, गोविंदा यादव, नवल किशोर शर्मा जयपुर, रवि चौरसिया, गिरीश धुलेकर, यश दुबे समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।