तीन मार्च को शाही स्नान में साधु-संत व श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे। कुम्भ स्थल में श्रीराम महायज्ञ, रुद्र महायज्ञ, नर्मदा महायज्ञ, गौपुष्टि महायज्ञ की तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। कुम्भ में जूना अखाड़ा, निर्मल अखाड़ा, वैष्णव अखाड़ा शामिल होंगे। कुम्भ में गोपुष्टि यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। संतों का कहना है नर्मदा व जीवन रक्षक गोवंश की देश को आवश्यकता है। तीन मार्च तक चलने वाले आयोजन में नर्मदा मैया धारा को निर्मल व निर्बाध बनाए रखने के साथ ही गोमाता के संरक्षण को लेकर मंथन करने संतों का समागम होगा। इसीलिए आयोजन को मां नर्मदा गोकुम्भ का नाम दिया गया है।
नर्मदा महाकुम्भ में रहेगी सख्त सुरक्षा व्यवस्था
-40 राजपत्रित अधिकारी और 1000 का रहेगा बल, 06 अस्थाई थाने और 10 घाट बने
नर्मदा गोकुम्भ की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। नौ दिन कुम्भ नगरी में भक्तों का तांता लगा रहेगा। यहां सुरक्षा के लिए सख्त व्यवस्था रहेगी। चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेगा। नौ स्थानों पर पार्किंग व्यवस्था रहेगी। वहीं आयुर्वेद कॉलेज अस्पताल में एलोपैथी इलाज भी मिलेगा।
-6 अस्थाई थाने बनेंगे
कुम्भ में जिला पुलिस की ओर से 1000 पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। परिसर क्षेत्र में छह अस्थाई थाने बनाए जा रहे हैं। इससे यहां आने वालों श्रद्धालुओं को हर तरह की सहायता मिलेगी।
-15 स्थानों पर पार्किंग
यातायात व्यवस्था व्यवस्थित रखने के लिए 200 पुलिस कर्मी यातायात व्यवस्था सम्भालेंगे। दो पहिया और चार पहिया के साथ बसों के लिए कुल 15 पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। रामपुर तिराहे से किसी भी भारी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं रहेगी। अधिक भीड़ होने पर चार पहिया व दो पहिया वाहनों का प्रवेश भी रोक दिया जाएगा।