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जबलपुर

Narmada दस घंटे पहले पता चल जाती है पानी की आवक, 24 घंटे अलर्ट पर है बांध

-बरगी बांध में लगातार हो रही है पानी की आवक

जबलपुरSep 04, 2019 / 08:28 pm

virendra rajak

bargi dam gate open

bargi dam gate open

जबलपुर. बरगी बांध में कब और कितना पानी कैचमेंट एरिया से आएगा, इसकी जानकारी बांध के अफसरों को दस घंटे पहले ही लग जाती है। इसके बाद शुरू होता है समीक्षा का दौर। जिसके बाद पानी की आवक के अनुसार उसकी निकासी के लिए कितने गेट और कितनी ऊंचाई तक खोलने हैं, हर एक बात का निर्धारण होता है। लगातार हो रही बारिश से बरगी बांध के सभी अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट मोड पर हैं।
बरगी बांध की क्षमता
-अधिकतर -422.76 मीटर
-न्यूनतम-403.50 मीटर
वर्तमान जल स्तर:- 422.50 मीटर
बुधवार को पानी की आवक:- 8264 क्यूसेक
पानी की निकासी:- 8264 क्यूसेक
गेट खुल हैं:- 03
गेटों की ऊंचाई – आधा मीटर
बिजली उत्पादन के लिए दिया जा रहा पानी – 763 क्यूसेक
हर घंटे मापते हैं पानी
बांध में आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में लगभग 60 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहते हैं, जो प्रत्येक घंटे बांध में आ रहे पानी का जल स्तर मापते हैं और इसकी जानकारी आला अफसरों तक पहुंचाते हैं। इनकी ड्यूटी सुबह छह से दोपहर दो, दोपहर दो से रात दस और रात दस से सुबह छह बजे की शिफ्ट में होती है।
बरगी बांध से पानी की निकासी वर्षवार
वर्ष- निकासी
2010-579.42
2011-6611.43
2012-2716.67
2013-5225.52
2014-785.49
2015-नहीं खुले
2016-3186.00
2017-नहीं खुले
2018-1829.21
2019 अब तक- 2132.01
(पानी की निकासी मिलियन क्यूबिक मीटर में)
यह खास
-दस लाख क्यूबिक का एक मिलियन क्यूबिक मीटर
-एक क्यूसेक बराबर एक क्यूबिक फीट- एक क्यूसेक बराबर 28.371 लीटर प्रति सेकेंड
ऐसे मिलती है आवक की जानकारी
बरगी बांध के अपने खुद के आठ स्टेशन हैं, जहां से बारिश की जानकारी मिलती है। जानकारी के अनुसार डिंडोरी, मवई, मुस्की, मंडला, बरगी नगर, मानोत और बम्हनी समेत एक अन्य स्टेशन है, जहां बारिश मापने के आधुनिक यंत्र लगे हुए हैं। यहां से प्रत्येक तीन घंटे में एक रिपोर्ट बरगी बांध भेजी जाती है, जिसमें बारिश व उससे सम्बंधित पूरी जानकारी होती है।
अधिकतर 20 घंटे का मिलता है समय
रिपोर्ट के आधार पर यह तय किया जाता है कि बांध में कितना पानी आएगा और कितना छोडऩा है। इसके बाद गेटों को खोलने और बंद करने का समय निर्धारित होता है। जानकारी के अनुसार उक्त स्टेशनों से जानकारी आने के कम से कम दस और अधिकतम 20 घंटे बाद तक पानी बांध पहुंचता है।
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