माउंट जोगिन ३ पर चढ़ चुके हैं कैडेट अंकित सेन
माउंटीनीयरिंग का मौका अंकित सेन को एनसीसी ने ही दिया था। अंकित ने दार्जलिंग में इसके लिए बेहद कठिन ट्रेनिंग ली। इस ट्रेनिंग का परिणाम भी अच्छा ही रहा। हाल ही में वे एनसीसी बॉयज माउंटीनियरिंग एक्सपीडिशन २०१७ में हिस्सा लेकर लौटे हैं, जिसमें ६,११६ मीटर ऊंचे माउंट जोगिन ३ पर चढ़ाई की। उनका सपना है कि माउंट एवरेस्ट पर चढ़ें, जिसकी तैयारी में भी वे पूरे प्राण-पण से जुटे हुए हैं।
शूटिंग में कमाल
माउंटीनियरिंग में ही कैडेट कमाल नहीं कर रहे हैं। नेशनल केडेट कार्प के अनेक कैडेट्स ने शूटिंग, हॉर्स राइडिंग आदि में भी खासा कमाल कर दिखाया है। माउंटीनियरिंग में अंकित सेन ने जो काम और नाम किया है शूटिंग में कुछ वैसा ही धमाल मृदुल पांडे ने मचाया है। एनसीसी में हर साल जीपी मावलंकर शूटिंग कैम्प होता है। इस कैम्प में सलेक्शन के लिए हर कैडेट कड़ी मेहनत करता है। कठिन मेहनत का नतीजा है कि २०१७ में कैडेट मृदुल भी इसका हिस्सा बने। इन दिनों मृदुल केरला में है, वहां पर नेशनल शूटिंग कैम्प में भागीदारी कर रहे हैं।
माउंटीनियरिंग में ही कैडेट कमाल नहीं कर रहे हैं। नेशनल केडेट कार्प के अनेक कैडेट्स ने शूटिंग, हॉर्स राइडिंग आदि में भी खासा कमाल कर दिखाया है। माउंटीनियरिंग में अंकित सेन ने जो काम और नाम किया है शूटिंग में कुछ वैसा ही धमाल मृदुल पांडे ने मचाया है। एनसीसी में हर साल जीपी मावलंकर शूटिंग कैम्प होता है। इस कैम्प में सलेक्शन के लिए हर कैडेट कड़ी मेहनत करता है। कठिन मेहनत का नतीजा है कि २०१७ में कैडेट मृदुल भी इसका हिस्सा बने। इन दिनों मृदुल केरला में है, वहां पर नेशनल शूटिंग कैम्प में भागीदारी कर रहे हैं।
हॉर्स राइडिंग में गोल्ड मेडल
इधर अंडर ऑफिसर देवी सिंह घोड़े की लगाम थामने में महारत हासिल कर चुके हैं। हॉर्स राइडिंग में इस एनसीसी कैडेट का प्रदर्शन हर किसी के लिए प्रशंसा प्राप्त करने का रहा है। जनवरी में हुए आरडीसी में शहर के अंडर ऑफिसर देवी सिंह शामिल हुए। टेंट पैगिंग इवेंट में गोल्ड मेडल हासिल किया। इसके साथ ही डॉ. रूप ज्योति शर्मा रनरअप ट्रॉफी भी अपने नाम की। देवी सिंह का कहना है कि एनसीसी ने उन्हें इस इवेंट में बेस्ट बनाया है।
कजाखस्तान का सफर पूरा
कैडेट कैप्टन ऋषभ शर्मा वाईईपी के लिए एनसीसी के नए हीरे हैं। कैप्टन ऋषभ शर्मा का मानना है कि एनसीसी न केवल हमारी पर्सनैलिटी निखारती है, बल्कि कई अन्य मौके भी देती है। टू एमपी नेवल यूनिट के ऋषभ शर्मा को कजाखस्तान जाने का मौका मिला। यह अवसर उन्हें मिलता है, जो कि आरडीसी में बेहतर प्रदर्शन करते हैं। ऋषभ का कहना है कि कजाखस्तान जाकर वहां के तौर तरीके देखने और सीखने मिले।
२०१७ के अचीवमेंट
– २० कैडेट्स रिपब्लिक डे कैम्प दिल्ली का हिस्सा बने
– १८ कैडेट्स को थल सैनिक कैम्प के लिए जबलपुर से हुए सलेक्ट
– १७ नेवी एनसीसी कैडेट्स नौ सैनिक कैम्प, कारवार के लिए हुए सलेक्ट
– ४ सलेक्शन विदेश जाने के लिए, इनमें से तीन लौट चुके, एक जाएंगे
– ४ कैडेट आरएंडवी यूनिट से आरडीसी में हॉर्स राइडिंग के लिए चुने गए
इस साल विदेश गए ये कैडेट्स
– रचना संताटक्के को सिंगापुर जाने का मौका
– आयुष सिंह का श्रीलंका से आया था बुलावा