जबलपुर

तेंदुओं के संरक्षण का प्रोजेक्ट फाइलों में है बंद, यहां दम तोड़ रहा खूबसूरत जीव

तेंदुओं के संरक्षण का प्रोजेक्ट फाइलों में है बंद, यहां दम तोड़ रहा खूबसूरत जीव

जबलपुरJul 29, 2021 / 08:20 am

Lalit kostha

leopard

जबलपुर। शहर में तेंदुए की बढ़ती दस्तक के साथ तेंदुए के हेबीबेट और उसके संरक्षण को लेकर तैयार किया गया प्रोजेक्ट धरातल पर नहीं आ सका है। इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए राज्य वन अनुसंधान एवं वन विभाग को मिलकर जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन दोनों विभाग ही इस पर अब तक काम शुरू नहीं कर सके हैं। प्रोजेक्ट तो बना लेकिन फाइलों से बाहर नहीं उतर सका। मानव जीवन के बीच बढ़ती तेंदुए की आहट को लेकर शासनस्तर पर भी अपनी मंशा जाहिर की थी। वन विभाग एवं राज्य वन अनुसंधान को मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करना था जिसके तहत तेंदुए की सुरक्षा के साथ-साथ मानव आबादी तक तेंदुए की बढ़ रही पहुंच के कारणों को खोजकर उसका स्थाई समाधान ढंूढना था। इसके लिए जबलपुर के साथ बाहर से भी लोगों को शामिल किया गया है।

चिंता की बात- योजना बनी लेकिन धरातल पर नहीं उतरी, विभाग नहीं ले रहे रुचि

विभाग को खुद नहीं पता कितने तेंदुए
जानकारों के अनुसार वन विभाग को खुद ही नहीं पता है कि शहर में कितने तेंदुए हैं। वन विभाग ने आज तक तेंदुए की गणना नहीं की है। सूत्रों का कहना है कि करीब 25 से 30 तेंदुए शहर के जंगलों में विचरण कर रहे हैं।

प्राकृतिक आवास छोडऩे को विवश
तेंदुए पर होने वाले शोध में इस बात पर विशेष फोकस किया जाना है कि तेंदुए अपने प्राकृतिक रहवास को छोडऩे को क्यों विवश हो रहे हैं। क्या प्रकृति के साथ बढ़ती छेड़छाड़ इसका कारण है या फि र उनको भोजन की जरूरत की पूर्ति न हो पाना है। जिसके चलते जंगल से तेंदुए बाहर आ रहे हैं। हाल ही में एक तेंदुए की भी सडक़ दुघर्टना में मौत हो चुकी है।

इस प्रोजेक्ट को राज्य वन अनुसंधान के माध्यम से एक्जीक्यूट करना है। इसमें जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी वह वन विभाग उपलब्ध कराएगा। प्रोजेक्ट की क्या स्थिति है इस बारे में संबंधित संस्थान से जानकारी ली जाएगी।
– अंजना सुचिता तिर्की, डीएफओ

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.