उमस बढऩे से ठंडी हवा देने वाले कूलर भी फेल हो गए। सीजन में पहली बार उमस और गर्मी से लोगों को पसीना निकला। बार-बार सूख रहे कंठों को तर करने के लिए लोग शीतल पेय ढूंढते रहे। मौसम विज्ञान केन्द्र में वैज्ञानिक सहायक देवेन्द्र कुमार तिवारी के अनुसार पश्चिम विक्षोभ का असर आ रहा है। इसके प्रभाव से 28 मई से मौसम में कुछ परिवर्तन हो सकते हैं। लेकिन अभी आने वाले दो दिन में मौसम शुष्क रहने की सम्भावना की है। दोपहर बाद स्थानीय बादल आ सकते है। लेकिन तापमान 44 से 45 डिग्री के बीच ही बने रहने का अनुमान है। इस दौरान अनेक स्थानों पर लू चलने की सम्भावना है।
गत वर्ष के नौतपा से तेज हुई शुरुआत
यह संयोग है कि पिछले साल और इस वर्ष नौतपा की तारीखें एक जैसी हैं। वर्ष 2019 के नौतपा के पहले दिन 25 मई को तापमान 41.7 डिग्री रेकॉर्ड हुआ था। यह नौतपा के दौरान सबसे कम था। इस अवधी में सबसे ज्यादा रेकॉर्ड तापमान 31 मई को 46.8 डिग्री सेल्सियस था। पिछले वर्ष के नौतपा के मुकाबले इस वर्ष नौतपा की शुरुआत तापमान में ज्यादा उछाल के साथ हुई है। पहले ही दिन सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ज्यादा 44.3 डिग्री रेकॉर्ड किया गया है। ये रविवार के अधिकतम 45 डिग्री सी के मुकाबले कम है। लेकिन न्यूनतम तापमान में रविवार के मुकाबले करीब दो डिग्री की वृद्धि हुई है। सोमवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री ज्यादा 31.2 डिग्री सी दर्ज हुआ। आद्र्रता सुबह के समय 26 प्रतिशत और शाम को 16 प्रतिशत थी।
ऐसे चढ़ा पारा
सुबह 5.30 बजे: 31.2 डिग्री
सुबह 8.30 बजे: 34.8 डिग्री
सुबह 11.30 बजे: 41.6 डिग्री
दोपहर 2.30 बजे: 44.3 डिग्री