जानकारी के अनुसार सिहोरा ब्लॉक में 226 प्राथमिक माध्यमिक शासकीय स्कूल हैं, जिनमें 147 प्राथमिक और 79 माध्यमिक स्कूल शामिल हैं। इनमें से कई स्कूल 50 से 100 साल पुराने भवनों में संचालित हो रहे हैं। कुछ स्कूल भवन ऐसे हैं, जो अपनी उम्र के हिसाब से शिक्षा जगत की धरोहर माने जाते हैं, पर इन्हें सुरक्षित रखने या मरम्मत के लिए विभाग की ओर से कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से यह गिरने की कगार पर हैं।
पूर्व माध्यमिक शाला हिन्दी स्कूल
सिहोरा नगर की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला हिन्दी स्कूल बदहाली का शिकार है। जर्जर और पुराने हो चुके स्कूल के भवन अब मरम्मत की बाट जोह रहा है। करीब साल भर पहले बारिश के समय एक हिस्से की खपरैल की छत गिर गई थी। स्कूल के शिक्षकों ने कई बार नगर पालिका प्रशासन से इसे ठीक कराने के लिए आवेदन दिया, लेकिन बजट का बहाना बनाकर सुधार नहीं कराया गया।
सिहोरा नगर की सबसे पुरानी और ऐतिहासिक शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला हिन्दी स्कूल बदहाली का शिकार है। जर्जर और पुराने हो चुके स्कूल के भवन अब मरम्मत की बाट जोह रहा है। करीब साल भर पहले बारिश के समय एक हिस्से की खपरैल की छत गिर गई थी। स्कूल के शिक्षकों ने कई बार नगर पालिका प्रशासन से इसे ठीक कराने के लिए आवेदन दिया, लेकिन बजट का बहाना बनाकर सुधार नहीं कराया गया।
प्राथमिक शाला खितौला बस्ती
खितौला बस्ती क्षेत्र में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला का स्कूल भवन 1953 का बना हुआ है। भवन का छप्पर निकला हुआ है। दीवारें इतनी जर्जर हो चुकी हैं। स्कूल भवन को डैमेज घोषित किया जा चुका है। नई बिल्डिंग नहीं बनने से पुरानी बिल्डिंग में स्कूल संचालित हो रहा है। स्कूल में 120 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
खितौला बस्ती क्षेत्र में स्थित शासकीय प्राथमिक शाला का स्कूल भवन 1953 का बना हुआ है। भवन का छप्पर निकला हुआ है। दीवारें इतनी जर्जर हो चुकी हैं। स्कूल भवन को डैमेज घोषित किया जा चुका है। नई बिल्डिंग नहीं बनने से पुरानी बिल्डिंग में स्कूल संचालित हो रहा है। स्कूल में 120 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
माध्यमिक शाला हृदय नगर
माध्यमिक शाला हृदय नगर का स्कूल भवन करीब 80 साल पुराना है। पुरानी हो चुकी दीवारें और जगह-जगह से उखड़े खपरैल स्कूल की दयनीय स्थिति को बयां करते हैं। हृदय नगर माध्यमिक शाला में करीब डेढ़ सौ के लगभग ग्रामीण क्षेत्रों की छात्र-छात्राएं पढऩे के लिए पहुंचते हैं।
माध्यमिक शाला हृदय नगर का स्कूल भवन करीब 80 साल पुराना है। पुरानी हो चुकी दीवारें और जगह-जगह से उखड़े खपरैल स्कूल की दयनीय स्थिति को बयां करते हैं। हृदय नगर माध्यमिक शाला में करीब डेढ़ सौ के लगभग ग्रामीण क्षेत्रों की छात्र-छात्राएं पढऩे के लिए पहुंचते हैं।
शिक्षा विभाग ने वार्षिक कार्य योजना के तहत सभी विकासखंडों के बीआरसी से जर्जर हो चुके स्कूल भवनों की मरम्मत के लिए डिमांड प्रस्ताव भेजने के लिए कहा है। प्रस्ताव के आधार पर स्कूलों की मरम्मत के लिए राशि जारी की जाएगी।
डॉ. आरपी चतुर्वेदी, जिला शिक्षा केंद्र समन्वयक
डॉ. आरपी चतुर्वेदी, जिला शिक्षा केंद्र समन्वयक