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नेताजी नाराज नहीं हैं, लेकिन जनता तो नाराज है सरकार

locationजबलपुरPublished: Jul 05, 2020 09:22:21 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर से सटे क्षेत्र के विधायक और पूर्व मंत्री अजय विश्नोई का मुख्यमंत्री के नाम खत चर्चा में

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जबलपुर। मप्र की शिवराज सिंह चौहान सरकार में जबलपुर और रीवा सम्भाग से एक भी मंत्री नहीं बनाए जाने से क्षेत्र की राजनीति गर्म हो गई है। विपक्षी दल कांग्रेस इसे क्षेत्र के साथ नाइंसाफी कहते हुए मुद्दा बना रही है। वहीं, भाजपा वाले कह रहे हैं कि शायद यह समय की मांग है। इससे क्षेत्र के विकास कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन, असल बात यह है कि नाराज तो इस क्षेत्र के विधायक भी हैं। हालांकि, किसी ने मुंह खोलकर नहीं कहा कि उन्हें मंत्री बनाया ही जाना चाहिए था। कार्यकर्ताओं का दबाव बढ़ा तो पूर्व मंत्री और वरिष्ट विधायक अजय विश्नोई ने मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से स्वयं ही जबलपुर और रीवा का प्रभार लेने का आग्रह किया है।
पत्र कुछ यूं है….
‘जबलपुर और रीवा सम्भाग के नागरिकों में मंत्रिपरिषद को लेकर असंतोष है, जो स्वाभाविक है। आपकी मजबूरी को मैं समझ सकता हूं, आमजन नहीं। मेरा आग्रह है कि आप स्वयं जबलपुर और रीवा जिले का प्रभार ले लें। इससे यहां के लोगों की नाराजगी दूर हो जाएगी। पत्र में विश्नोई ने मुख्यमंत्री की जानकारी के लिए यह भी बताया कि दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री रहते हुए जबलपुर के प्रभारी मंत्री रह चुके हैं।Ó इस पत्र को भी कांग्रेस ने मुद्दा बना लिया है। उसका कहना है कि सीधे तौर पर अपनी बात रखने की हिम्मत भाजपा का एक भी विधायक नहीं कर पा रहा है। कांग्रेस का सीधा कहना है कि कुछ नेताओं को साधने के लिए जबलपुर, रीवा सम्भाग की बलि ले ली गई। आरोप यह भी है कि जनता को मूर्ख बनाया जा रहा है। इन सबके बाद भी भाजपा विधायक अपनी बात रख रहे हैं। उनका कहना है कि मंत्री बनने से ही सबकुछ नहीं हो जाता। काम कराने के लिए इच्छाशक्ति की जरूरत होती है।
इधर, सोशल मीडिया पर भाजपा संगठन ने मोर्चा खोला
जबलपुर में डम्ंपर से मुरम का परिवहन करने के मामले में भाजपा के कार्यकर्ता के विरुद्ध पुलिस की कार्रवाई के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में भाजपा संगठन ने पुलिस अधिकारी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। फे सबुक वॉल पर पार्टी नगर अध्यक्ष जीएस ठाकुर ने शनिवार को पोस्ट की ‘पद के मद में चूर होकर बहुत गलत किया थाना प्रभारी ने, पक्षपात का विरोध होगाÓ इसके बाद पार्टी के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए। मामले में जीएस का कहना है कि पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता शैलेन्द्र विश्वकर्मा के विरुद्ध कांग्रेस नेता के इशारे पर भेड़ाघाट थाना में पदस्थ प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी ने मनमानी कार्रवाई की। वह डंपर वाहन के माध्यम से भवन निर्माण सामग्री सप्लाई का काम करता है। उनका कहना है कि वाहन में लोड मुरम की अगर रॉयल्टी पर्ची नहीं थे तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता था। लेकिन चोरी का मामला कायम कर उसे जेल भेजा गया। उनका आरोप है कि अन्य वाहन मालिकों से पैसे लेकर पुलिस अधिकारी ने उनके वाहन छोड़ दिए।
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