जिले के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी
डिजिटल मोबाइल रेडियो सिस्टम प्रदेश में सबसे पहले जबलपुर में लगाया जाएगा। हालांकि इसके लिए इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और सीहोर का भी चयन किया गया है। जबलपुर के लिए सबसे पहले टेंडर प्रकिया जारी की गई है। जले में अभी 10 साल पुराना वायरलेस सिस्टम काम कर रहा है। यूएसए के इस वायरलेस सिस्टम की सबसे बड़ी खामी यह है कि वर्तमान में इसके उपकरण तक नहीं मिल रहे हैं। बड़ी खराबी आने पर उसे ठीक कराना भी चुनौती है।
पुराने टावर पर लगाए जाएंगे उपकरण
रेडियो पुलिस विभाग की ओर से पुराने टावर पर ही नए मोबाइल रेडियो सिस्टम के उपकरण लगाए जांएगे। हनुमान टोरिया, मदन महल की पहाड़ी, बदनपुर की पहाड़ी सहित कुछ नए स्थानों पर अलग से टावर लगाए जाएंगे। थानों व चौकियों में लगे टॉवर में नया सिग्नल कैचिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें वायरलेस सिस्टम भी नया होगा, जो डिजिटल होगा। इसमें मोबाइल की तरह कई फीचर सेटिंग के विकल्प होंगे। एक ही सॉफ्टवेयर से शहर, ग्रामीण व ट्रैफिक का वायरलेस सिस्टम कंट्रोल होगा।
एजेंसी देगी प्रशिक्षण
डिजिटल मोबाइल रेडियो सिस्टम लगाने वाली एजेंसी को ट्रेनिंग भी देना होगा। सॉफ्टवेयर भी हैंडओवर करना होगा। पांच साल तक मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी एजेंसी की होगी।
37 थाने हैं जिले में
16 चौकियां
800 वायरलेस सिस्टम
ये करते हैं उपयोग
एसआई से लेकर आइजी तक
विशेष अनुमति प्राप्त आरक्षक
रेडियो सिस्टम लगाने के लिए टेंडर हुआ है
प्रदेश में सबसे पहले जबलपुर में डिजिटल मोबाइल रेडियो सिस्टम लगाने के लिए टेंडर हुआ है। अगले दो महीने में काम शुरू हो जाएगा। विधानसभा चुनाव के पहले नया सिस्टम काम करने लगेगा। नया सिस्टम सबसे अत्याधुनिक है। इसमें मोबाइल जैसी स्पष्ट आवाज मिलेगी।
जितेंद्र पटेल,
रेडियो एसपी