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BIKE चलाते कर रहे थे MOBILE पर बात, पुलिस ने बीच रास्ते दी ऐसी सजा

locationजबलपुरPublished: Jun 24, 2019 10:43:21 am

Submitted by:

Lalit kostha

बाइक चलाते कर रहे थे मोबाइल पर बात, पुलिस ने बीच रास्ते दी ऐसी सजा

अजब है इस शहर का ट्रैफिक, अपने ही बनाए नियम से दौड़ रहे हैं यहां वाहन

Traffic jams

जबलपुर. ट्रैफिक रूल तोडऩे वालों के खिलाफ पुलिस ने सजा का अनूठा तरीका निकाला है। ऐसे लोगों को किसी चौराहे पर खड़ा कराकर दूसरों को ट्रैफिक रूल के प्रति जागरुक करने की ‘सोशल सजा’ दी जा रही है। रविवार को तीन पत्ती पर कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। यहां मोबाइल पर बात करते हुए जा रहे बाइक सवार को ट्रैफिक पुलिस ने पकड़ लिया। फिर पीए सिस्टम देते हुए एक घंटे तक लोगों को ट्रैफिक जागरुकता के लिए संदेश दिलवाया। ट्रैफिक पुलिस की ये नई पहल रूल तोडऩे वालों के लिए अच्छा सबक साबित हो रहा है।
एएसपी ट्रैफिक अमृत मीणा का कहना है कि ट्रैफिक रूल का पालन कराने के लिए सिर्फ जुर्माना वसूल करना मकसद नहीं है। लोगों की आदत बदले, इसके लिए ये नई पहल की गई है।

– मोबाइल पर बात करते चला रहे थे बाइक, एक घंटे की मिली ‘सोशल सजा’
-तीन पत्ती चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी में पीए सिस्टम से लोगों को करना पड़ा जागरुक

जानकारी के अनुसार शेख आरिफ नाम का युवक तीन पत्ती चौराहे से मोबाइल से बात करते हुए निकल रहा था। एक तरफ कंधे व गर्दन के बीच दबाए मोबाइल पर बात करते हुए उसने चौराहा क्रॉस किया, तो आगे ट्रैफिक पुलिस ने उसे रोक लिया। जुर्माना की बजाय सोशल सजा के तौर पर एक घंटे तक उन्हें पीए सिस्टम देकर चौराहे की ट्रैफिक संभालने की जिम्मेदारी दी।

 

 

new rules for traffic

150 ऑटो बिना परमिट चल रहे थे शहर में
शहर में ऑटो के अवैध संचालन पर रोक लगाने को लेकर तल्ख टिप्पणी कर चुके हाईकोर्ट के रूख के बाद से ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। रविवार को ट्रैफिक पुलिस ने 88 ऑटो जब्त किए। किसी भी ऑटो का शहर परमिट नहीं मिला। ये ऑटो बिना परमिट के ही संचालित हो रहे हैं। जिला परिवहन अधिकारी की तरफ से जनवरी 2019 से कोई भी नया परमिट जारी नहीं किया गया है। जब्त किए गए ऑटो मालवीय चौक स्थित ट्रैफिक थाना परिसर में खड़े कराए गए हैं। सभी का चालान कोर्ट में पेश किया जाएगा।

ग्रामीण परमिट के लिए आवेदन कर सकते हैं
शहर में पिछले एक वर्ष में 1500 ऑटो का रजिस्ट्रेशन कराया गया है। परमिट के लिए राशि भी जमा कर दी गई है। हाईकोर्ट के रोक के चलते किसी को नगर परमिट जारी नहीं किया जा सकता है। ऐसे ऑटो चालक ग्रामीण परमिट का आवेदन कर सकते हैं।

 

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