शहर में जांच नहीं, भोपाल पर भार ज्यादा: शहर में डुमना मार्ग पर सम्भागीय खाद्य एवं औषधि परीक्षण प्रयोगशाला निर्माणाधीन है। इसलिए नमूने की जांच स्थानीय स्तर पर शुरू नहीं हो सकी है। खाद्य सुरक्षा प्रशासन की छापेमारी में जब्त किए गए नमूने जांच के लिए अभी भोपाल स्थित राज्य स्तरीय खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे जाते हैं। भोपाल में प्रदेशभर के नमूने आने से प्रयोगशाला में परीक्षण का भार ज्यादा है। इस कारण एक सप्ताह में मिलने वाली रिपोर्ट दो-तीन महीने बाद तक मिल रही है।
ये अमानक सामग्री मिल चुकी है: शहर में मिलावटी एवं अमानक खाद्य सामग्रियों की जांच के दौरान संदिग्ध मिले ब्रांडेड कम्पनियों के खाद्य पदार्थों के नूमने तक जांच में फेल मिले हैं। पैक्ड घी, आटा, मैदा तक मिसब्रांडेड पाए गए हैं। मिलावटी दूध, नकली पनीर और घी फैक्ट्री भी पकड़ी जा चुकी है। दूध, नमकीन, कलाकंद, लड्डू, काजू, खोवा और छेना की मिठाई में भी मिलावट उजागर होती रही है। दुकानों से एक्सपायरी डेट की पैक्ड सामग्री भी भारी मात्रा में पकड़ी जाती है।
पेट, लीवर से लेकर कैंसर का खतरा: डॉक्टरों के अनुसार मिलावटी और अमानक खाद्य पदार्थों के सेवन से सेहत को नुकसान होता है। दूषित और बासी खाद्य सामग्री खाने से पेट में विकार हो सकता है।
नागपुर से आया 180 किग्रा मैसूर पाक आइएसबीटी में जब्त
त्योहार पर बेचने के लिए नागपुर से मंगाए गए 180 किलोग्राम मैसूर पाक को खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने बुधवार को आइएसबीटी में जब्त कर लिया। मैसूर पाक का नमूना लेकर परीक्षण के लिए भेजा गया है। नागपुर से 20 टीन में भरकर मिठाई शहर भेजी गई थी। इसे हनुमानताल के खेरमाई वार्ड स्थित विक्रेता ओमप्रकाश गुप्ता ने मंगाया था। उधर, त्योहार से पहले खाद्य सामग्री की गुणवत्ता जांचने के लिए प्रशासन की टीम ने गोसलपुर और सिहोरा में कई मिठाई दुकानों का निरीक्षण किया। गोसलपुर में लंपी स्वीट्स से मोतीचूर के लड्डू और मिल्क केक का नमूना जब्त किया। बिना लाइसेंस चल रहे इस प्रतिष्ठान को बंद कर दिया गया है। सिहोरा में श्रीराम स्वीट्स से पेड़ा, कामधेनु स्वीट्स से मावा, श्याम स्वीट्स से मावा बर्फी, राकेश स्वीट्स से बेसन के लड्डू, मिल्क केक के नमूने लिए गए हैं।