जानकारी के अनुसार जिन ग्राम पंचायतों में कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है उनमें जबलपुर जनपद के 42, पनागर के 18, पाटन की 11, शहपुरा व कुंडम के 46-46, सिहोरा के 29, मझौली की 34 ग्राम पंचायत शामिल हैं। इन ग्राम पंचायतों ने वैश्विक महामारी को मात दी है। यहां अब तक कोरोना एक्टिव केस पाए ही नहीं गए। इसकी पुष्टी जिला पंचायत कार्यालय करता है।
दरअसल इन 226 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों ने जनता कर्फ्यू के समय से गांव के प्रवेश द्वार तक को सील कर दिया। वे शारीरिक दूरी और मास्क लगाने का पालन सख्ती से कर रहे हैं जो नियम तोड़ता है उसके खिलाफ गांव में ही जुर्माना लगाया जाता है। इसी का नतीजा है कि इन गांवों में कोरोना के मरीज नहीं हैं। बता दें कि जिले में कुल 516 ग्राम पंचायतें हैं।
कोविड से मुक्त ग्राम पंचायतों के आधार पर देखें तो जबलपुर जिले में 15, पनागर में 10, पाटन में 12, कुंडम में 12, सिहोरा में 06 और मझौली में 14 ग्राम पंचायत कोविड मुक्त हो चुकी हैं। स्वस्थ होने वाले व्यक्तियों की दृष्टि से जिले के संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में 670 व्यक्तियों ने कोविड को मात दी है, जिसमें जबलपुर जिले में 211, पनागर में 82, पाटन में 149, शहपुरा में 26, कुंडम में 79, सिहोरा में 77 व मझौली में 53 व्यक्ति वर्तमान स्थिति में कोविड से स्वस्थ हो चुके हैं। ये सभी इलाके उन 226 ग्राम पंचायतों से अलग हैं।
जबलपुर के सुकरी, धनपुरी, हरई, मंगेली, सालीवाड़ा और बरगी ऐसे गांव जो कोविड मुक्त हैं। बता दें कि गांवों की तुलना में शहर में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला है। इसका मुख्य कारण लगातार कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन है।