जबलपुरPublished: May 06, 2019 12:16:21 pm
santosh singh
लोकसभा चुनाव की मतगणना के लिए अभी 18 दिन शेष हैं। 29 अप्रैल को जिले के मतदाता अपना निर्णय इवीएम में कैद कर चुके हैं। नतीजे आने से पहले कयासों का दौर जारी है
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जबलपुर. लोकसभा चुनाव की मतगणना के लिए अभी 18 दिन शेष हैं। 29 अप्रैल को जिले के मतदाता अपना निर्णय इवीएम में कैद कर चुके हैं। नतीजे आने से पहले कयासों का दौर जारी है। दोनों प्रमुख दलों के लोग चार महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में बूथवार मिले मत और इस बार हुए मतदान के आधार पर जीत-हार का दम भर रहे हैं। विधानसभा चुनाव 2018 की तुलना में लोकसभा चुनाव में 23 हजार वोट कम पड़े हैं। ऐसे में नोटा और तीसरे दलों को मिले मत भी बड़ा उलटफेर कर सकते हैं।
लोकसभा चुनाव-
ये है स्थिति
18.18 लाख मतदाता हैं जिले में
12.62 लाख ने किया मतदान
22 प्रत्याशी हैं मैदान में
लहर के बावजूद करीब एक लाख वोट मिले थे
लोकसभा चुनाव में इस बार दोनों प्रमुख पार्टियों सहित 22 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में लहर के बावजूद करीब एक लाख वोट बसपा, गोंगपा और निर्दलीय प्रत्याशियों को मिले थे। सात हजार से अधिक लोगों ने नोटा का विकल्प चुना था। उस समय भाजपा-कांग्रेस के प्रत्याशियों के मिले मतों का अंतर दो लाख से अधिक था। लेकिन, चार महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस इस अंतर को काफी हद तक कम करने में कामयाब रही।
पिछले वर्षों में मतदान की स्थिति
वर्ष 2014 (लोकसभा चुनाव)
17.10 लाख मतदाता थे जिले में
10.02 लाख ने किया था वोट
15 प्रत्याशी आजमा रहे थे भाग्य
5.64 लाख मत भाजपा को मिले
3.55 लाख वोट कांग्रेस के पक्ष में पड़े
्र16 हजार वोट बसपा को
2233 वोट गोंगपा को
32 हजार वोट अन्य दलों के खाते में
22 हजार वोट निर्दलीय प्रत्याशियों को
7888 ने चुना नोटा का विकल्प
20 हजार लोगों ने नोटा का विकल्प चुना
दोनों पार्टियों के बीच मत का अंतर महज 31 हजार रह गया था। इसमें 20 हजार लोगों ने नोटा का विकल्प चुना था। बसपा, गोंगपा व निर्दलीय प्रत्याशियों को डेढ़ लाख वोट मिले थे। यह आंकड़ा ही दोनों प्रमुख दलों को बेचैन करने वाला है। इस बार भी बसपा सहित अन्य दल के प्रत्याशियों को मिलने वाले वोट जीत-हार में निर्णायक भूमिका अदा कर सकते हैं।
2018 विधानसभा चुनाव
17.67 लाख मतदाता थे जिले में
12.85 लाख ने किया था वोट
114 प्रत्याशी थे मैदान में
5.67 लाख मत भाजपा को मिले
5.33 लाख वोट कांग्रेस के पक्ष में पड़े
29 हजार वोट बसपा को
9436 वोट गोंगपा को
32 हजार वोट अन्य दलों के खाते में
1.12 लाख वोट मिले अन्य व निर्दलीय को
20921 ने चुना नोटा का विकल्प