बब्बू के साथ पूर्व मंत्री शरद जैन, पूर्व विधायक अंचल सोनकर व प्रतिभा सिंह थीं। सबका कहना था कि शासन ने खरीदी केंद्रों में किसानों से कोई राशि नहीं लेने के निर्देश दिए हैं। इसके बावजूद जिले के सभी खरीदी केंद्रों में किसानों से पल्लेदारी, धागा, सिलाई के नाम पर किसानों से 30 रुपए क्विंटल लिए जा रहे हैं। उन्होंने पूर्व में भी घटिया क्वालिटी का धान खरीदकर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार करने का भी आरोप लगाया है। उधर, कांग्रेस के स्थानीय नेताओं को आरोप है कि अब तो भाजपा की ही सरकार है। यदि अफसर उनके ही नेताओं की नहीं सुन रहे हैं, तो फिर किसकी सुनेंगे? कुछ कांग्रेसियों ने कहा कि विधानसभा चुनाव में सफलता नहीं मिलने पर इन नेताओं ने अपनी सक्रियता अब बढ़ाई है। कांग्रेस वालों को आरोप है कि असल में जिन नेताओं ने अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोला है, उन्हें भाजपा में ही तवज्जो नहीं मिल रही है। इसलिए वे अपने को चर्चा में लाने की कोशिश कर रहे हैं।