तिलवारा पुलिस के मुताबिक ककरतला खमरिया निवासी रामरूद्र यादव (30 वर्ष) पिछले 10 वर्षों से अपराध में सक्रिय है। उसका पिता रज्जन यादव भी अपराधिक प्रवृत्ति रहा। अब बेटा भी उनकी ही राह पर है। पिछले 10 वर्षो से जरायम की दुनिया में अपना नाम शुमार करने वाले रामरूद्र यादव के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती के लिए अपहरण, अवैध वसूली, आर्म्स एक्ट के तहत 15 मामले न्यायालय मे विचाराधीन है। आरोपी की आपराधिक गतिविधियों पर लगाम कसने के लिए खमरिया पुलिस ने समय-समय पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के साथ जिला बदर भी घोषित कर चुकी है।
गत 24 मई को वह रमनगरा यार्ड में चौकीदार राकेश केवट को धमका कर दो अन्य चालको गोलू व दुर्जन के साथ मिलकर दो हाईवा लूट ले गया था। वो हाईवा संजीवनी नगर निवासी मधु जैन ने यार्ड में खड़ा कराया था।
जानकारी के अनुसार रामरूद्र यादव ने मधु यादव से दोनों हाईवा किराए पर मांगा था मधु के हाईवा देने से इंकार करने पर उसने लूट की वारदात को अंजाम दिया। 25 मई को तिलवारा पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही दोनों हाईवा जब्त कर लिया था। साथ ही लूटकांड में इस्तेमाल की गई रामरूद्र यादव के लग्जरी वाहन भी जब्त कर लिया है। इसी लूट के मामले में वह केंद्रीय कारागार में है।
एसपी के निर्देश पर खमरिया पुलिस ने रामरूद्र यादव के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई का प्रतिवेदन तैयार किया। फिर उन्हीं के जरिए जिला दंडाधिकारी व कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के के समक्ष पेश किया। आरोपी के आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए कलेक्टर ने राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (एनएसए) 1980 की धारा 3, सहपठित धारा 2 के तहत निरूद्ध करते हुए वारंट जारी किया। उसे तीन माह तक सेंट्रल जेल में निरूद्ध किया गया है। खमरिया पुलिस ने शुक्रवार 28 मई को एन.एस.ए. के वारंट में केंद्रीय जेल जबलपुर में गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी की।