बीएएमएस, बीएचएमएस डिग्री धारी भी शामिल सरकार ने ग्रामीण और दूर-दराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और रोगों की प्रारंभिक स्तर पर पहचान एवं समय रहते उचित उपचार उपलब्ध कराने के लिए नर्सिंग स्टाफ को सीएचओ बनाकर सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के उपयोग में वृद्धि करने की योजना बनाई है। मरीजों को मिलने वाले उपचार का फॉलोअप भी इन सेंटर में सीएचओ के दायरे में होगा। नए मेडिकल बिल के प्रावधानों में संसोधन के बाद सीएचओ कोर्स का यह पहला बैच होगा। इसमें बीएससी नर्सिंग, पोस्ट बेसिक नर्सिंग के साथ ही बीएएमएस और बीएचएमएस डिग्रीधारियों को भी कोर्स करने की पात्रता होगी। कोर्स पूरा करने पर सीएचओ के रुप में नियुक्ति के लिए पात्र होंगे।
47 आवेदन प्राप्त हुए एनएससीबी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. पीके कसार के अनुसार सीएचओ के लिए छह महीने का कोर्स 20 जनवरी से कॉलेज में प्रारंभ किया जा रहा है। इसके लिए करीब 47 आवेदन प्राप्त हुए हैं। कोर्स पूरा करने वाले प्रतिभागी को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की ओर से प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा। भविष्य में सीएचओ की नियुक्ति हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर और उप स्वास्थ्य केंद्रों में होगी।