हॉस्पिटल में मिडवायफरी कोर्स के संचालन की सम्भावनाओं को तलाशने के लिए यूनिसेफ और झपिएगो के विशेषज्ञों की एक टीम भी पहुंची। टीम ने नर्सिंग छात्राओं को सामान्य प्रसव का प्रशिक्षण देने के प्रस्ताव का आकलन किया। अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं, शिक्षण एवं प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध व्यवस्था का निरीक्षण किया। टीम में झपिएगो के प्रतिनिधि के रूप में डॉ. देबोपर्णा घोष, डॉ. प्रीति वर्मा, यूनिसेफ प्रतिनिधि डॉ. देवेंद्र शर्मा, एमपीएनआरसी की रजिस्ट्रार चंद्रकला दिग्विजया शामिल थीं। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके खरे ने टीम को प्रशिक्षण से सम्बंधित जानकारी दी। टीम की रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर अस्पताल में 30 सीटर मिडवायफरी कोर्स शुरूहोगा। इसमें एमएससी नर्सिंग या पांच वर्ष के अनुभव वाली नर्सेस सामान्य प्रसव का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी।
बेहतर प्रदर्शन पर एल्गिन स्टाफ की सराहना
एल्गिन को एनक्यूएएस के प्रमाणीकरण की पिछली जांच में 95 प्रतिशत अंक मिले थे। विक्टोरिया को 88 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए थे। अस्पतालों को बेहतर अंकों के साथ सर्टिफिकेशन मिलने के सम्मान में गुरुवार को सिविल लाइंस स्थित होटल में एक कार्यक्रम हुआ। एनएचएम डायरेक्टर छवि भारद्वाज ने कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सम्बोधित किया। अच्छी व्यवस्था के लिए एल्गिन हॉस्पिटल के अधिकारियों और स्टाफ के प्रयासों की सराहना की। कार्यक्रम में दोनों अस्पताल के अधिकारियों को प्रमाणीकरण के लिए केंद्र सरकार की ओर से प्रदान किए गए प्रमाण पत्र भोपाल से आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञ के रूप में जांच के लिए आए हरिउद्दीन सैयद और डॉ. ऐश्वर्य अपूर्व हिन्दूजी ने प्रदान किया।