पूरे दिन लोगों ने प्रदर्शनी का लुत्फ उठाया। इसको लेकर महिलाओं और बच्चों में खासा उत्साह रहा। आयुध निर्माणी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित हुई इस प्रदर्शनी में जीसीएफ में अब तक बनी सभी प्रकार की तोप के अलावा मोर्टार और टैंक के पाट्र्स के अलावा दूसरे उत्पादों को रखा गया। प्रदर्शनी का उद्घाटन महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष अर्चना जौहरी ने किया। उन्होंने फैक्ट्री में ही धनुष इंटीग्रेटेड सेंटर का भी उद्घाटन किया।
मन लगाकर करें काम
इससे पहले फैक्ट्री के प्रशासनिक भवन के सामने मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसकी शुरूआत महाप्रबंधक रजनीश जौहरी ने ध्वजारोहण से की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि फैक्ट्री के पास कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट हैं। इन्हें समय पर तभी पूरा किया जा सकता है जब मन लगाकर काम किया जाएगा। यही नहीं गुणवत्ता भी चाहिए। यह गुणवत्ता ऊपरी नहीं बल्कि मन से भी झलकनी चाहिए।
सेल्फी के लिए लगी होड़
प्रदर्शनी में रखी गईं ताकतवर तोप के साथ सेल्फी निकालने के लिए युवा और बच्चों में होड़ लगी रहीं। वह इन पलों को यादगार बनाने के लिए फोटो खिंचवाने में पीछे नहीं रहे। कोई गन के ऊपर चढ़ा तो कोई बैरल को पकडऩे का प्रयास करता रहा।
पी. प्रकाश सर्वोत्तम कर्मचारी घोषित
इस कार्यक्रम में कर्मचारी और अधिकारियों को उनके उत्तम कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। वर्ष का सर्वोत्तम कर्मचारी का पुरस्कार टीजीएस सेक्शन के पी. प्रकाश को दिया गया। इसी प्रकार ओएफबी द्वारा बीते साल फैक्ट्री को संरक्षा शील्ड दी गई थी। यह शील्ड रिटायर्ड जेडब्ल्यूएम अशोक मिश्र को प्रदान की गई। इसी प्रकार धनुष प्रोजेक्ट में अहम रोल अदा करने वाले कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया।
यह उत्पाद रहे शामिल
– 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष तोप।
– एल-70 एमएम एंटी एयर क्राफ्ट गन।
– अपग्रेड 155 एमएम शारंग तोप।
– 105 एमएम लाइट फील्ड गन।
– फैक्ट्री का पहला प्रोडक्ट विंटेज गन।
– नौसेना के लिए उपयोगी कवच।
– जलसीमा की चौकसी केलिए प्रहरी गन।
– 81 और 120 एमएम मोर्टार।
– टी-90 टैंक का माउंट और अन्य पाट्र्स।