मेडिकल कॉलेज में होगी जीनोम सिक्वेंसिंग
कोरोना संक्रमित के जीनोम सिक्वेसिंग की सुविधा जल्द ही शहर में उपलब्ध होगी। केन्द्र सरकार ने जीनोम सिक्वेसिंग के लिए पांच मशीनें प्रदेश को देने की बात कही है। इसमें से एक मशीन नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में स्थापित करने की जानकारी चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दी है। अभी जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए दिल्ली नमूने जाते हैं। रिपोर्ट आने में एक महीने लग जाते हैं। स्थानीय स्तर पर सुविधा से एक सप्ताह के अंदर जांच हो जाएगी। मेडिकल कॉलेज में संभाग के गंभीर कोरोना मरीज भर्ती होते हैं। इसमें असामान्य लक्षण वाले कोरोना मरीजों के नमूने की जीनोम सिक्वेसिंग कराई जाती है। अभी तक भेजे गए कोरोना पॉजिटिव के नमूने में लगभग दस व्यक्तियों में डेल्टा वैरिएंट मिल चुका है। ओमिक्रॉन संदिग्ध किसी नमूने की रिपोर्ट अभी नहीं आयीं है। कोरोना की संभावित तीसरी लहर की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें विमानतल और रेलवे स्टेशन में सेम्पलिंग कर रही है। लेकिन पड़ोसी राज्य से बसों से आने वाली यात्रियों की ना तो स्क्रीनिंग की व्यवस्था है। ना ही सेम्पलिंग हो रही है। स्टेशन में भी दिन में सेम्पलिंग टीम तैनात है। जबकि मुंबई, नागपुर से ट्रेनें सुबह और देर रात आती हैं।