पूर्व में भी दो विभागों का मामला
रादुविवि में पूर्व में भी दो विभागों में शासकीय कॉलेज से प्राध्यापकों को प्रतिनियुक्ति पर भेजने का मामला सामने आया था जिसके पश्चात जमकर विवाद की स्थिती बनी और मप्र में विधानसभा चुनावों के पश्चात सरकार बदलने पर नई सरकार द्वारा उक्त प्रतिनियुक्तियां रद्द कर दी गईं थीं। रादुविवि में विश्वविद्यालय छात्रों की ओर से कुलपति के नाम सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया कि विश्वविद्यालय अधिनियम 1973के तहत रादुविवि स्वायत्त संस्थान है, इसके पश्चात भी मप्र शासन द्वारा नियम विरूद्ध तरीके से विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षण विभाग में प्रतिनियुक्ति की जा रही है।
प्रतिनियुक्ति पूर्णतः नियम विरूद्ध
विश्वविद्यालय छात्रों अनितेश चनपुरिया, अनुज शुक्ला, अनुज प्रताप सिंह, दीपेश मिश्रा, लवदीप सिंह गहरवार, शिवेन्द्र कुशवाहा, मृत्युंजय तिवारी आदि ने कुलपति से इस प्रतिनियुक्ति को तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय हित में रोके जाने की मांग की। इस प्रकार की प्रतिनियुक्ति पूर्णतः नियम विरूद्ध है। इस प्रतिनियुक्ति को तत्काल प्रभाव से विश्वविद्यालय हित में रोके।