पुलिस के अनुसार शहपुरा भिटौनी वार्ड नं-14 निवासी संजय जैन (50 वर्ष) ने लिखित शिकायत की है कि 27 जुलाई की दोपहर 12 बजे उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से फोन आया। फोन करने वाला कड़क आवाज में बोला कि मैं डीएसपी बोल रहा हूं। यह पूछने पर कि कहां से हैं, उधर से जवाब आया कि जबलपुर एसपी आफिस में ही तैनात हूं। मुझे बच्चे की फीस जमा करने के लिए 50 हजार रुपये की जरूरत है, जल्दी से मेरे एकाउंट में पूरी रकम ट्रांसफर कर दो। फोन करने वाले कथित डीएसपी ने धनश्याम शर्मा नाम के खाता धारक का खाता नंबर भी दिया। यह सुनकर संजय सकते में आ गया, लेकिन उसने फोन करने वाले पर विश्वास करते हुए दो बार में 25 हजार 100 रुपये, 24 हजार 900 रुपये संबंधित के खाते में ट्रांसफर करवा दिया।
ये भी पढेें- फर्जीवाड़े का बड़ा खेल, महिला आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर हालांकि संजय ने फोन करने वाले कथित डीएसपी से उनका नाम पूछा लेकिन उन्होंने अपना नाम नहीं बताया। 27 से 29 जुलाई तक उसकी उस नंबर पर मोबाइल से बातचीत होती रही फिर वो मोबाइल नंबर बंद हो गया तब उसे समझ आया कि उसके साथ धोखाधड़ी हो गई है। अब पुलिस ने संजय की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ विभिन्न मामलों के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
ऐसा ही एक अन्य मामला पनागर में गुरुवार को हुआ जिसमें एक व्यक्ति ने एएसपी बनकर फोन किया और पेट्रोलपंप संचालक से 50 हजार रुपये अपने अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। अब पुलिस फर्जीवाड़े के दोनों मामलों की जांच में जुटी है।
इस बीच एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने शहर के लोगों से अपील की है कि उन्हें यदि कोई पुलिस अधिकारी का फोन आता है और वह रुपये की मांग करता है, तो उसके झांसे में न आए। बल्कि इसकी जानकारी फौरन संबंधित थाने को दें।