यू-ट्यूब से सीखा ठगी का अनोखा तरीका
कम्प्यूटर साइंस में डिप्लोमाधारी आशीष ने यू-ट्यूब पर ठगी का तरीका सीखा। फिर खुद ‘तोहफा’ नाम का ऐप विकसित कर गूगल के प्ले-स्टोर प्लेटफॉर्म पर डाल दिया। पिछले चार महीने से वह घर से ही पांच-छह लोगों की टीम बनाकर बर्थडे गिफ्ट, केक ऑर्डर या मोबाइल आदि की डिलेवरी कर रहा था।
आरोपी आशीष वर्मा ज्यादातर आरबीएल बैंक और बजाज के क्रेडिट कार्ड को निशाना बनाता था। इसके ट्रांजेक्शन के लिए ओटीपी की आवश्यक्ता होती है, जो कि यूजर की जीमेल आईडी और मोबाइल पर आती थी।
ऐसे करता था ठगी
ऐप इंस्टॉल करने वाले यूजर को ई-मेल, जन्मतिथि, मोबाइल नम्बर, पासवर्ड अंकित करना पड़ता था। आरोपी यह सब लैपटॉप पर देखता था। जैसे ही कोई उसके ऐप के माध्यम से ऑनलाइन भुगतान करता, वह उसका डेबिट, के्रडिट कार्ड, बेंक खाता नम्बर आदि जानकारी नोट कर लेता। इसके बाद डेबिट या क्रेडिट कार्ड का पासवर्ड री-सेट करता और यूजर के ई-मेल पर ओटीपी प्राप्त कर लेता था। फिर नया पासवर्ड बना कर ऑनलाइन मोबाइल खरीदी करता था। उसके मोबाइल पर कई क्रेडिट-डेबिट कार्ड की फोटो और स्क्रीनशॉट्स भी मिले हैं।