बैंक पहुंचने वालों की संख्या भी घटी
बैंक खुले होने के बावजूद काफी कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। नगर निगम सीमा में कफ्र्यू लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में टोटल लॉकडाउन है। ऐसे में लोग आवश्यक चीजों की खरीदी के लिए विभिन्न ऐप और कॉल के माध्यम से बुकिंग कर होम डिलेवरी ले रहे हैं। भुगतान भी ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे जहां नेट बैंकिंग का चलन बढ़ रहा है, वहीं होम डिलेवरी करने वाली कम्पनियों के कारोबार में भी इजाफा हुआ है। आमतौर पर लोग छोटी-मोटी खरीदी के लिए नकद भुगतान करते हैं। लेकिन, लोगों के सम्पर्क में आने से बचने और भुगतान के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जा रहा है। सब्जी, फल, दूध सहित अन्य वस्तुओं के विक्रेता दुकानों में क्यूआर कोड चस्पा किए हैं।
बैंक खुले होने के बावजूद काफी कम संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। नगर निगम सीमा में कफ्र्यू लगा है। ग्रामीण क्षेत्रों में टोटल लॉकडाउन है। ऐसे में लोग आवश्यक चीजों की खरीदी के लिए विभिन्न ऐप और कॉल के माध्यम से बुकिंग कर होम डिलेवरी ले रहे हैं। भुगतान भी ऑनलाइन किया जा रहा है। इससे जहां नेट बैंकिंग का चलन बढ़ रहा है, वहीं होम डिलेवरी करने वाली कम्पनियों के कारोबार में भी इजाफा हुआ है। आमतौर पर लोग छोटी-मोटी खरीदी के लिए नकद भुगतान करते हैं। लेकिन, लोगों के सम्पर्क में आने से बचने और भुगतान के लिए क्यूआर कोड का उपयोग किया जा रहा है। सब्जी, फल, दूध सहित अन्य वस्तुओं के विक्रेता दुकानों में क्यूआर कोड चस्पा किए हैं।
डिजिटल बैंकिंग के फायदे
घर बैठे होता है लेनदेन
कोड स्केन करने में आसानी
कई प्रकार की छूट दे रहीं कम्पनियां
ये है स्थिति
12 से अधिक नेट बैंकिंग कम्पनियां हैं शहर में
25 प्रतिशत बढ़ा ऑनलाइन लेन-देन
15-20 प्रतिशत बढ़े ऐप डाउनलोड करने वाले
450 एटीएम का भी उपयोग
घर बैठे होता है लेनदेन
कोड स्केन करने में आसानी
कई प्रकार की छूट दे रहीं कम्पनियां
ये है स्थिति
12 से अधिक नेट बैंकिंग कम्पनियां हैं शहर में
25 प्रतिशत बढ़ा ऑनलाइन लेन-देन
15-20 प्रतिशत बढ़े ऐप डाउनलोड करने वाले
450 एटीएम का भी उपयोग