काम पूरा किए बिना दे दिया प्रमाण-पत्र
विद्युत नियामक आयोग को खंडवा के संत सिंगाजी ताप विद्युत गृह को लेकर राजेंद अग्रवाल ने आपत्ति लगाई है। इसमें कहा गया है कि परियोजना का काम अधूरा होने के बावजूद पूर्णता का प्रमाण-पत्र जारी कर दिया गया। सिंगाजी ताप गृह-दो में लगभग 3000 काम अूधरे हैं। इसके बावजूद 19 कार्य पूर्णता के प्रमाण-पत्र जारी किए गए हैं।
बिना बिजली खरीदी करोड़ों के भुगतान की हो जांच
बिना बिजली खरीदी के करोड़ों रुपए के भुगतान की जांच कराने की मांग उपभोक्ता मंच ने की है। मंच के डॉ. पीजी नाजपांडे ने कहा कि पावर मैनेजमेंट कंपनी ने नियामक आयोग को प्रस्तुत याचिका में स्वीकारा है कि बिना बिजली खरीदी निजी बिजली उत्पादक कंपनियों को 12,834 करोड़ का भुगतान किया गया है। हजारों करोड़ के इस भुगतान के पूरे मामले में घोटाला हुआ है जिन पावर परचेज एग्रीमेंट के तहत यह भुगतान किया गया है उनमें से बहुत एग्रीमेंट गुणवत्ता एवं वरीयता वाले मेरिट ऑर्डर डिस्पैच के तहत नहीं है। बिजली स्टेशनों की बिजली सरेंडर करने की अनुमति विद्युत नियामक आयोग से मांगी है जबकि ऐसी अनुमति निजी कंपनियों के लिए नहीं मांगी गई है। इस मामले कीजांच हाइकोर्ट न्यायाधीश के अधीनस्थ की जाए।