ओएफके में तीनों सेनाओं के लिए बमों का निर्माण
ओएफके में देश की तीनों सेनाओं के लिए बमों का निर्माण किया जाता है। इस वित्तीय वर्ष में भी यहां आयुध निर्माणी बोर्ड से ढाई हजार करोड़ से ज्यादा का उत्पादन लक्ष्य मिला है। लेकिन, उत्पादन की गति इसलिए रुक गई कि लगभग सभी प्रकार के बमों में लगने वाले कम्पोनेंट की भारी कमी आ गई थी। ऐसे में प्रबंधन ने 50 फीसदी पीस वर्क नहीं आने पर ओवरटाइम में कटौती का फरमान निकाल दिया था। इसका भारी विरोध लेबर यूनियन, कामगार यूनियन और सुरक्षा कर्मचारी यूनियन ने किया था। लेकिन, प्रबंधन ने शनिवार को तीनों संगठनों से बातचीत कर मामले के समाधान की बात कही थी।
ओएफके में देश की तीनों सेनाओं के लिए बमों का निर्माण किया जाता है। इस वित्तीय वर्ष में भी यहां आयुध निर्माणी बोर्ड से ढाई हजार करोड़ से ज्यादा का उत्पादन लक्ष्य मिला है। लेकिन, उत्पादन की गति इसलिए रुक गई कि लगभग सभी प्रकार के बमों में लगने वाले कम्पोनेंट की भारी कमी आ गई थी। ऐसे में प्रबंधन ने 50 फीसदी पीस वर्क नहीं आने पर ओवरटाइम में कटौती का फरमान निकाल दिया था। इसका भारी विरोध लेबर यूनियन, कामगार यूनियन और सुरक्षा कर्मचारी यूनियन ने किया था। लेकिन, प्रबंधन ने शनिवार को तीनों संगठनों से बातचीत कर मामले के समाधान की बात कही थी।
पास नहीं हो रहा था लॉट
फैक्ट्री को इस समय दोहरी मार पड़ी। एक तो कर्मचारियों के पास मटेरियल की कमी है तो दूसरी तरफ बमों की गुणवत्ता को जांचने का काम धीमा। यह काम एलपीआर में एसक्यूएई के द्वारा किया जाता है। लॉट को पास करने में देरी की वजह से भी दिक्कते हुईं। इससे माल समय पर डिपो पहुंचने में देरी हो रही थी। हालांकि, अब इस काम में थोड़ी गति आई है।
फैक्ट्री को इस समय दोहरी मार पड़ी। एक तो कर्मचारियों के पास मटेरियल की कमी है तो दूसरी तरफ बमों की गुणवत्ता को जांचने का काम धीमा। यह काम एलपीआर में एसक्यूएई के द्वारा किया जाता है। लॉट को पास करने में देरी की वजह से भी दिक्कते हुईं। इससे माल समय पर डिपो पहुंचने में देरी हो रही थी। हालांकि, अब इस काम में थोड़ी गति आई है।
इनकी थी कमी
फ्यूज ए-6 70 और डीएएडी की एम्प्टी नहीं।
कैंडल स्मोक बम के लिए पोटेशियम व बोरेक्स।
84 एमएम एचई बम के लिए एनजीबी-204 प्रोपलेंट।
इल्यूमिनेंटिग के लिए शैल, फ्यूज एवं प्रोपलेंट।
30 एमएम एपी/टी क ेलिए शैल की कमी।
एके 630 एचई/1 के लिए प्राइमर नहीं था।
84 एमएम 551 के लिए स्टील ग्रीट व हाइजोन।
40 एमएम एल/60 के लिए एम्पटी शेल।
बेंगलूरु तारपीडो के लिए सीइ पैलेट।
30 एमएम बीएमपी-2 फिल्ड टे्रसर।
फ्यूज ए-6 70 और डीएएडी की एम्प्टी नहीं।
कैंडल स्मोक बम के लिए पोटेशियम व बोरेक्स।
84 एमएम एचई बम के लिए एनजीबी-204 प्रोपलेंट।
इल्यूमिनेंटिग के लिए शैल, फ्यूज एवं प्रोपलेंट।
30 एमएम एपी/टी क ेलिए शैल की कमी।
एके 630 एचई/1 के लिए प्राइमर नहीं था।
84 एमएम 551 के लिए स्टील ग्रीट व हाइजोन।
40 एमएम एल/60 के लिए एम्पटी शेल।
बेंगलूरु तारपीडो के लिए सीइ पैलेट।
30 एमएम बीएमपी-2 फिल्ड टे्रसर।
फैक्ट्री में रॉ मटेरियल की सप्लाई शुरू हो गई है। उत्पादन के दौरान कई बार ऐसी स्थिति बनती है। इसके अलावा विशेष गुणवत्ता आश्वासन स्थापना में तैयार उत्पाद की जांच में देरी के कारण स्थिति बिगड़ी। अब इसमें सुधार हेा गया है।
अमित सिंह, जनसम्पर्क अधिकारी ओएफके
अमित सिंह, जनसम्पर्क अधिकारी ओएफके