scriptसेना की इस बड़ी फैक्ट्री में भर्ती की जांच, गोला-बारुद, हैंड ग्रेनेड जैसे हथियारों का होता है निर्माण | Ordnance Factory big scam in recruitment | Patrika News

सेना की इस बड़ी फैक्ट्री में भर्ती की जांच, गोला-बारुद, हैंड ग्रेनेड जैसे हथियारों का होता है निर्माण

locationजबलपुरPublished: Apr 14, 2018 11:26:05 am

Submitted by:

deepankar roy

केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण के फरमान के बाद हड़कंप

ofk

ofk

जबलपुर। सेना के लिए गोला-बारुद तैयार करने वाली देश की एक बड़ी फैक्ट्री में भर्ती की जांच होगी। मामला खमरिया में स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री का है। केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (कैट) की जबलपुर बेंच ने आदेश दिया है कि आयुध निर्माणी खमरिया में सर्विस सुपरवाइजर के पद पद पर कार्यरत रहे अजय तिवारी के प्रकरण का निराकरण करने के लिए कमेटी गठित की जाए। ये प्रकरण फैक्ट्री में काफी समय से चर्चा में था। कैट के आदेश के बाद इस मामले की फाइल पुन: खुल गई है।

यह है मामला
याचिकाकर्ता अजय तिवारी का कहना था कि 2014 में चार्जमैन पद के लिए चयन परीक्षा हुई। इसमें उसने भाग लिया। लेकिन, 14 प्रश्नों का सही उत्तर देने के बाद भी उसे इनके अंक नहीं दिए गए। तब याचिकाकर्ता ने कैट की शरण ली। कैट ने याचिकाकर्ता के अभ्यावेदन के निराकरण का आदेश पारित किया, लेकिन आयुध निर्माणी खमरिया की ओर से अभ्यावेदन निरस्त कर दिया गया।

जांच में मिले सही
कैट की जबलपुर बेंच ने अजय तिवारी के प्रकरण पर शुक्रवार को सुनवाई की। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता की ओर से प्रश्रों के सही जवाब को लेकर दावे पेश किए गए। बेंच ने तिवारी के 14 प्रश्नों के उत्तर सही पाने के बाद अपना निर्णय किया। जिसमें आयुध निर्माणी को मामले की जांच के लिए समिति के गठन का निर्देश दिया है।

फिर दी चुनौती
कैट द्वारा याचिकाकर्ता के अभ्यावेदन के निराकरण का आदेश पारित किए जाने के बाद आयुध निर्माणी खमरिया की ओर से अभ्यावेदन निरस्त कर दिया गया। इसे पुन: कैट के सामने अधिवक्ता राघवेंद्र तिवारी के जरिए चुनौती दी गइ। सभी 14 प्रश्नों का क्या उत्तर होगा, इस सम्बंध में निर्माणी बोर्ड की ओर से जारी मैन्युअल का भी ब्योरा पेश किया। कैट ने सभी प्रश्नों के उत्तर सही पाए। याचिका स्वीकार करते हुए कैट ने अनावेदकों को निर्देशित किया कि कमेटी गठित कर प्रकरण का निराकरण करे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो