जबलपुर की आयुध में 1 माह की हड़ताल शुरू
केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी रक्षा संस्थानों के निगम ई करण किए जाने के विरोध में जबलपुर में चारों आयुध निर्माणी यों के कर्मचारियों ने 1 माह की हड़ताल शुरू कर दी हैl देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत जबलपुर में व्हीकल फैक्ट्री, गन कैरिज फैक्ट्री जीसीएफ, ग्रे आयरन फाउंड्री जीआईएफ, आयुध निर्माणी खमरिया ऒएफके में कार्यरत हजारों कर्मचारियों ने हड़ताल शुरू कर दी है। कर्मचारियों का कहना है कि देश के रक्षा संस्थानों का निगमईकरण किसी भी स्थिति में नहीं होना चाहिए जब तक सरकार इस आदेश को वापस नहीं लेती है। हड़ताल और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। हड़ताल की पूर्व जबलपुर में रक्षा संस्थानों के कर्मचारियों द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था।
केंद्र सरकार के द्वारा देश की आयुध निर्माणियों के निगमीकरण की नीति के खिलाफ आज जबलपुर सहित देश भर की 41 ऑर्डनेंस फैक्ट्री में 30 दिन की हड़ताल शुरू हो गई है। शहर में स्थित ऑडनेंस फैक्ट्री खमरिया व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर गन कैरिज फैक्ट्री और ग्रे आयरन फाउंड्री में करीब 15000 कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मचारी संगठन ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ इंडियन नेशनल डिफेंस वर्कर्स फेडरेशन से संबंधित सभी यूनियनों के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ कर्मचारी भी हड़ताल के विरोध में सुबह से नारेबाजी कर रहे हैं।
ग्रुप ए के अफसर ड्यूटी पर गए हैं लेकिन औद्योगिक और स्टाफ इनमें से कोई भी कर्मचारी फैक्ट्रियों में नहीं जा रहा है। कई जगहों पर पुलिस और कर्मचारियों के बीच टकराव की स्थिति भी बनी ।कुछ ही देर पहले खमरिया डीएसई लाइन में बमों का परीक्षण करने वाला स्टाफ खमरिया फैक्ट्री में प्रवेश के प्रयास में था लेकिन कर्मचारी संगठनों ने उन्हें रोक दिया। इस बीच पुलिस और कर्मचारियों के बीच जबरदस्त टकराव हुआ। हालांकि मामला बाद में शांत हो गया।
रांझी क्षेत्र के एसडीएम जेपी यादव ने बताया कि आंदोलन शांतिपूर्वक चल रहा है। जो कर्मचारी अंदर जाना चाहते हैं उन्हें जाने दिया जा रहा है। उनका कहना था कि लगभग 10 से 15 कर्मचारी खमरिया फैक्ट्री में गए भी है। सुरक्षा व्यवस्था के बारे में उन्होंने बताया कि लगभग 200 पुलिस कर्मचारियों को तैनात किया गया है जरूरत पड़ने पर और भी बल बुलाया जाएगा।