जोड़ में दर्द से शुरुआत
हड्डी रोग विशेषज्ञों के अनुसार गठियावात की शिकायत ही ऑर्थराइटिस के लक्षण हैं। आमतौर पर ऑर्थराइटिस की पहली शिकायत दर्द (घुटने के जोड़) के साथ शुरु होती है। ये दर्द जोड़ बिंदु पर ज्यादा होता है। सीढिय़ां चढऩे-उतरने, उठने-बैठने में दर्द का अहसास होता है। खासतौर पर नीचे बैठे होने पर झटके से ऊपर उठने पर ज्यादा दर्द का अहसास, इस बीमारी के प्रारंभिक लक्षण हैं। फिजिकल एक्टिविटी कम होने और खानपान में शुद्धता की कमी के कारण भी ऑर्थराइटिस बढ़ रहा है। विशेषकर दूध का सेवन कम होने से हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या आ रही है।
दर्द से निजात, जोड़ की बेहतर चाल
नेताजी सुभाषचंद्रबोस मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिगंबर पीपरा के अनुसार ऑर्थराइटिस एक कॉमन बीमारी है। खिलाडिय़ों के साथ ही बुजुर्गों में घुटने और जोड़ों के दर्द की समस्या आती है। एक अनुमान के मुताबिक हड्डी सम्बंधी समस्या से पीडि़त प्रत्येक दस मरीज में एक ऑर्थराइटिस पीडि़त है। लाइफ स्टाइल और खानपान में बदलाव बीमारी की प्रमुख वजह है। यदि बीमारी जल्दी पकड़ में आ जाती है तो उपचार से स्वस्थ्य हो सकते हैं। आजकल सर्जरी का विकल्प है। इससे दर्द से निजात मिलने के साथ जोड़ की चाल भी बेहतर होती है।
बढ़ रहे मरीज
– 120 से ज्यादा मरीज मेडिकल कॉलेज के अस्थि रोग विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन
– 10 प्रतिशत तक मरीजों में इसमें जांच के दौरान ऑर्थराइटिस के लक्षण मिल रहे हैं।
– 22 हजार से ज्यादा मरीज सम्भाग में ऑर्थराइटिस से पीडि़त होने का अनुमान है।
लक्षण
– शरीर के जोड़ों में दर्द और सूजन।
– एक जगह बैठे रहने पर अकडऩ।
– जल्दी थकान महसूस होना।
– भूख कम लगना, वजन कम होना।
– आंखों में लालिमा एवं सूजन,
– पसीने में खटास सी गंध,
ये करें
– नियमित व्यायाम करें।
– एक्टिव लाइफ स्टाइल रखें।
– संतुलित व पौष्टिक आहार लें।
– दूध, सब्जियां, सलाद, फल खाएं।
– वजन नियंत्रित रखें। संतुलन हों।
(नोट: इन्हें चिकित्सक से परामर्श के बाद ही अपनाएं)