वजन से लटक गया था बैग, हुआ संदेह जीआरपी थाना प्रभारी सुनील नेमा ने बताया कि सुबह संपर्कक्रांति एक्सप्रेस प्लेटफार्म क्रमांक छह पर आकर रूकी। ट्रेन से दो व्यक्ति उतरे। दोनों के चेहरे पर चिंता नजर आई। वे बाहर की तरफ जाने लगे। दोनों के बैग झूल रहे थे, जैसे की उसमें कुछ वजनी समान रखा हो। यह देखकर वहां मौजूद जीआरपी जवानों ने दोनों को रोका। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम ग्वालियर पीथमपुर कॉलोनी निवासी योगेश चौहान (38) व लश्कर ग्वालियर निवासी गणेश प्रजापति (47) बताया।
बैग ने उगले चांदी के जेवरात जीआरपी ने जब दोनों के बैग खुलवाए, तो योगेश के बैग में लगभग दो लाख 80 हजार रुपए कीमत की 11 किलो 764 ग्राम व गणेश के पास से दस लाख रुपए कीमत के 28 किलो 332 ग्राम चांदी के जेवरात मिले। दोनों से जब दस्तावेजों के संबंध में पूछताछ की गई, तो वे चार किलो चांदी के दस्तावेज पेश नहीं कर पाए। जिसके चलते संदेह के आधार पर चांदी जब्त कर ली गई। उन्होंने बताया कि वे ग्वालियर के सिंघल ज्वेलर्स से जबलपुर के बालाजी ज्वेलर्स में डिलेवरी देने आए थे।
कार्रवाई का किया विरोध इधर जबलपुर के सराफा व्यापारियों को जीआरपी की इस कार्रवाई का पता चला, तो जबलपुर सराफा एसोसिएशन के पदाधिकारी जीआरपी थाने पहुंच गए। एसोसिएशन के अध्यक्ष आनंद मोहन पाठक ने कहा कि सराफा व्यापारी पुलिस के छोटे कर्मचारियों जैसे सिपाही आदि को चांदी के दस्तावेज नहीं दिखाते हैं, क्योंकि दस्तावेज देने पर छोटे कर्मचारी उन्हें फाड़ देते और फिर रुपयों की मांग करते हैं। लेकिन दोनों ही युवकों ने बड़े अधिकारियों को पूरे दस्तावेज दिखाए, इसके बावजूद उन्हें जब्त कर लिया गया।