मक्का लहलहाया, धान की पौध कमजोर
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार मक्का की फसल को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती। पिछले साल किसानों को मक्के की उपज के अच्छे दाम भी मिले थे। इस बार शहपुरा, पाटन, सिहोरा, मझौली ब्लॉक में मक्का की फसल अच्छी नजर आ रही है। जबकि धान की पौध नहरों के तटवर्ती इलाकों को छोड़कर शहपुरा, पाटन ब्लॉक में कमजोर दिख रही है।
हर साल ओवरफ्लो हो जाते थे ये तालाब
शहर के हनुमानताल, देवताल, गंगासागर तालाब, सूरजताल समेत कई तालाब जुलाई माह के अंत तक ओवरफ्लो हो जाते थे। इस बार अभी तक खाली हैं।
ब्लॉकवार बारिश
ब्लॉक बारिश
जबलपुर 649.2
बरगी 631.5
बरेला 536.9
पनागर 733.4
कुंडम 905.2
पाटन 563.0
शहपुरा 220.3
सिहोरा 629.0
मझौली 626.6
रांझी 793.2
(नोट : बारिश मिमी में )
इनका कहना है
शहपुरा, बरेला औ रपाटन क्षेत्र में इस बार बारिश काफी कम हुई है। पिछले कुछ वर्षों से बारिश कम होने से किसानों का रुझान मक्का की खेती की ओर बढ़ा है। इस बार 20 हजार हेक्टेयर से ज्यादा में मक्का की खेती हो रही है। जबकि धान का रकबा सात हजार हेक्टेयर कम हुआ है।
एसके निगम, उप संचालक कृषि विभाग