जिले में करीब 70 केंद्रों से धान की खरीदी का काम चल रहा है। तेज ठंड के अलावा दूसरी प्रकार की समस्याओं के बावजूद किसान इन केंद्रों पर धान लेकर पहुंच रहे हैं। जैसे-तैसे नम्बर आ भी जाए, तो भुगतान नहीं हो रहा है। जिले में किसी किसान को अभी तक राशि नहीं मिली। शासन की देयता उन पर प्रतिदिन बढ़ रही है।
भंडारण रहा प्रभावित
वेयरहाउस संचालकों की करीब दो दिन चली हड़ताल के कारण वेयर हाउस में धान का भंडारण भी प्रभावित रहा ।अपर कलेक्टर द्वारा खरीदी केंद्रों के निरीक्षण के दौरान मजदूरों को अपशब्द कहे जाने से वेयरहाउस संचालक नाराज थे। सोमवार को दोनों पक्षों में सुलह हो जाने के बाद भंडारण का काम शुरू किया गया।
मौसम बदला, भीगी धान
इस बीच मंगलवार शाम को मौसम में बदलाव आया। हल्की बारिश के कारण खरीदी केंद्रों पर रखी धान को नुकसान पहुंचा। हालांकि, जिला विपणन संघ ने खरीदी प्रबंधकों के साथ किसानों को भी बारिश से आगाह किया था। धान को ढंकने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन कई खरीदी केंद्रों में धान को नुकसान भी पहुंचा।
एडवांस में उपलब्ध कराएं 75 प्रतिशत बारदाने
धान उपार्जन के कार्यों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर भरत यादव ने मंगलवार को अधिकारियों से कहा कि सभी खरीदी केंद्रों को उपार्जन के लक्ष्य के अनुरूप 75 प्रतिशत बारदाने एडवांस में उपलब्ध कराए जाएं। यादव ने धान की तुलाई के तुरंत बाद किसानों को ऑनलाइन पर्ची जारी करने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। उन्होंने किसानों को भुगतान की प्रक्रिया भी एक-दो दिन के भीतर शुरू करने के निर्देश दिए हैं ।