scriptयहां लाख रुपए एक हफ्ते में बन जाते हैं करोड़, जानिए कैसे | paisa double karne ki scheme in hindi | Patrika News

यहां लाख रुपए एक हफ्ते में बन जाते हैं करोड़, जानिए कैसे

locationजबलपुरPublished: Aug 01, 2018 11:14:28 am

Submitted by:

Lalit kostha

यहां लाख रुपए एक हफ्ते में बन जाते हैं करोड़, जानिए कैसे

bhawantar

bhawantar

जबलपुर. शहर में सूदखोरी का नया स्वरूप सामने आ रहा है। अब लोगों को ब्याज पर पैसे देकर एमसीएक्स जैसी वायदा कारोबार करने वाली कम्पनी में निवेश का लालच दिया जा रहा है। सट्टा व जुआ खिलाने वाले भी ब्याज पर पैसे देने को तैयार बैठे हैं। शहर में संगठित तरीके से सूदखोरी का धंधा फल-फूल रहा है। यहां लाख रुपए करोड़ बनने में एक हफ्ता का समय लगता है। लेकिन किस्मत खराब हुई तो रोड पर आना भी तय है। इसके बाद भी लोग इसके जाल में फंसते जा रहे हैं।

news fact- ब्याज पर पैसे देकर बदमाशों से कराते हैं वसूली
एमसीएक्स में वारे-न्यारे का लालच फंस रहे सूदखोरी के मकडज़ाल में

पूर्व में पुलिस ने सूदखोरों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया था। तब सूदखोरों में हडक़म्प मचा हुआ था। थानेवार शिविर लगाकर सूदखोरों के चंगुल में फंसे परिवारों की शिकायतें लेकर कार्रवाई की गई थी। अभियान बंद हुआ तो सूदखोरी का धंधा फिर से फलने-फूलने लगा। तुलसीनगर चौक निवासी मयंक जैन द्वारा एमसीएक्स में पैसा गंवाने के बाद जहर खाने की घटना ने एक बार फिर शहर में फैले सूदखोरी का मामला गरमा दिया है।

इसके पूर्व 14 जुलाई को गल्ला व्यापारी संदीप जैन (51) ने हनुमानताल तालाब में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनके पास से मिले सुसाइड नोट में 12 लाख रुपए कर्ज हो जाने की बात लिखी गई थी। पुलिस की जांच में सामने आया था कि संदीप जैन गल्ला के वायदा कारोबार में पैसे लगाए थे, लेकिन भाव कम हो जाने की वजह से घाटा लग गया था। सूदखोर अब ऐसे लोगों को मुंहमांगा पैसा ब्याज पर उपलब्ध कराते हैं। फिर इसकी वसूली का खेल शुरू होता है। इसी महीने लार्डगंज में कपड़ा व्यायापारी संदीप जैन के भतीजे ने क्रिकेट सट्टा में लाखों हारने के बाद ब्याज पर पैसे उठाए थे। सूदखोरों की रकम देने के लिए उसने 90 हजार रुपए लूट की झूठी कहानी पुलिस को सुनाते हुए मामला दर्ज करा दिया था।

क्राइम ब्रांच कर चुकी है कार्रवाई
गोरखपुर और क्राइम ब्रांच की पुलिस पूर्व में एमसीएक्स का सट्टा खिलाते हुए रामपुर निवासी राजेश विश्वकर्मा को दबोचा था। उसके पास से पांच मोबाइल और जब्त डायरी से कई अहम बड़े नामों का खुलासा हुआ था। इसमें शहर के एक बड़े बुकी का नाम आया था।

ये है एमसीएक्स
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पूरी तरह वायदा बाजार है। यहां कृषि और कच्चे उत्पादों के साथ सोने-चांदी, नेचुरल गैस, क्रूड ऑयल अन्य मंहगी धातुओं आदि की खरीद-फरोख्त की जाती है। इसमें खरीददार को कई बार लाखों का फायदा होता है तो करोड़ों डूब भी जाते हैं। एमसीएक्स में भाव के उतार-चढ़ाव पर सटोरिये पैसे लगाते हैं। जब क्रिकेट नहीं होता है तो इस पर सट्टा लगाया जाता है।

इन क्षेत्रों में सूदखोर सक्रिय
ओमती, रांझी, विजय नगर, लार्डगंज, गोहलपुर, कोतवाली, अधारताल, मदनमहल, गोरखपुर। ऑनलाइन क्रिकेट गैम्बलिंग, स्पोट्र्स बेटिंग, ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा, जुआ में पैसे लगाने के लिए ब्याज पर देते हैं पैसे।

जिले में जुआ, सट्टा, एमसीएक्स जैसे वायदा बाजार में लोगों को ब्याज पर सूदखोर पैसे लगाने को देते हैं। शहर में सूदखोरी का धंधा संगठित तरीके से फल-फूल रहा है। ब्याज का लाइसेंस निगम जारी करता है। बिना लाइसेंस लिए और गलत तरीके से ब्याज चलाने वालों पर शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई होगी।
– अमित सिंह, एसपी

व्यापारी की बिगड़ी हालत, नागपुर रेफर
सूदखोरों की धमकी से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खाने वाले सराफा व्यापारी की हालत बिगड़ गई है। उसे रेफर करने पर परिजन नागपुर ले गए। व्यापारी की हालत खराब होने की खबर पर उसे ब्याज पर पैसे देने वालों में हडक़म्प मचा है। विजय नगर पुलिस ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है। पीडि़त के परिवार से सम्पर्क किया गया है। सुसाइड नोट और बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तुलसीनगर चौक निवासी मयंक जैन (30) की नुनहाई में दुकान है। उसने रिश्तेदारों सहित 15 व्यापारियों व अन्य लोगों से तीन करोड़ रुपए लेकर एमसीएक्स में लगाया था। दो करोड़ लौटाने के बाद भी लोगों के कर्ज से उबर नहीं पाया। सभी को उसने 30 जुलाई तक पैसे लौटाने की बात कही थी। पैसे नहीं लौटा पाया और 29 जुलाई को उसके साथ मारपीट की गई, तो उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसके पास से सुसाइड नोट मिला है। उसमें 15 लोगों के नाम लिखे हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो