शुभ विक्रम संवत् : 2076, संवत्सर का नाम : परिधावी, शाके संवत् : 1941, हिजरी संवत् : 1440, मु.मास: सव्वाल तारीख 10, अयन : उत्तरायण, ऋतु : ग्रीष्म, मास : ज्येष्ठ, पक्ष : शुक्ल, तिथि – दोपहर 3.29 तक भद्रा तिथि द्वादशी उपरंात जया तिथि त्रयोदशी रहेगी। भद्रा तिथि में सभी प्रकार के मांगलिक कार्य शुभ माने जाते हैं। इस तिथि में विवाह, यात्रा, सेवारंभ, व्यापारंभ, क्रय विक्रय तथा आभूषण अलंकार से जुड़े कार्य अत्यंत पावन माने जाते हैं। जया तिथि में देवकार्य से जुड़े कार्य शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
योग- रात्रि 12.20 तक शिव उपरंात सिद्ध योग रहेगा। दोनों ही नैसर्गिक योग शुभ तथा सुखद रहेंगे।
विशिष्ट योग- आज प्रसूति स्नान, कर्जनिपटारा, पत्र लेखन तथा मित्र मिलन जैसे कार्य हेतु दिवस शुभ मंगलकारी है।
करण- सूर्योदय काल से बालव उपरंात कौलव तदनंतर तैतिल करण का प्रवेश होगा करण गणना सामान्य है।
नक्षत्र- चरसंज्ञक तिर्यड़मुख नक्षत्र स्वाति दोपहर 10.58 तक उपरंात विशाखा नक्षत्र रहेगा। स्वाति नक्षत्र में देवालय, वास्तु, अलंकार, पौधरोपण, कारीगरी, विपणिव्यापार, चूड़ाकर्म, ग्रहशंाति जैसे कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं। विशाखा नक्षत्र में पदार्थ संग्रह, औषधि सेवन से जुड़े कार्य अत्यंत शुभ तथा मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – ंविद्यारंभ, उपनयन, कलारंभ, गीत संगीत, वाद्यारंभ, वरकन्यावरण, विवाह कर्म, दीक्षाग्रहण, व्यापारारंभ क्रय विक्रय, जलयंत्र निर्माण जैसे कार्य हेतु दिन शुभ रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज 7.30 से 10.30 लाभ, अमृत दोपहर 12.00 से 1.30 शुभ तथा रात्रि 9.00 से 10.30 बजे तक लाभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : एकादशी व्रत पारणा, प्रदोष व्रत, खाठूश्याम मेला का व्रत व्रतोत्सव पर्व रहेगा। शिव पूजन करना परम कल्याणकारी रहेगा।
चन्द्रमा : रात्रि 4.35 तक तुला राशि में उपरंात मंगल प्रधान राशि वृश्चिक राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के वृष राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं। सूर्य का मृगशिरा नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पश्चिम दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पश्चिम दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: दोपहर 10.30.00 बजे से 12.00.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज :आज जन्मे बालकों का नामाक्षर रू,रे,रो,ता अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। स्वाति नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि तुला होगी, राशि स्वामी शुक्र तथा रजतपाद पाया में जन्म माना जाएगा। तुला राशि के जातक प्राय: बलवान, चंचल, तेजस्वी, ऊर्जावान, प्रभावशाली, उदारवृत्ति, स्वाभिमानी, गोवंश से लगाव वाले तथा अत्यंत बुद्धिमान प्रवृत्ति के होते हंै। आयु के पच्चीस से तीस वर्ष में उन्नति योग हैं।