जल्द ही जबलपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले रेलवे स्टेशनों पर भी ठेकाप्रथा शुरू हो जाएगी। दरअसल इन सभी स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर अब यात्रियो को एयरपोर्ट जैसी सुविधा मिलेगी। ये सुविधा जबलपुर, कटनी, मुडवारा, सतना, रीवा, मैहर रेलवे स्टेशन पर मिलेगी। इसके तहत सभी प्रमुख रेलवे स्टेशन पर एसी वेटिंग रूम होगा। इसमें बैठ कर ट्रेन का इंतजार करने और शौचालय आदि की सुविधा हासिल करने के लिए यात्री को शुल्क देना होगा। ये वेटिंग रूम तीन से चार माह में तैयार हो जाएंगे, फिर उन्हें निजी हाथों में सौप दिया जाएगा।
जबलपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर छह पर बने एसी वेटिंग रूम को स्टेशन रिडवलपमेंट की तरह सर्वसुविधायुक्त बना दिया गया है। इसमें यात्रियों को बैठने से लेकर खाने तक की व्यवस्था मिल सकेगी। अब जिन यात्रियों के पास एसी का टिकट है वो तो इसमें आराम से बैठ सकते हैं। लेकिन स्लीपर बोगी में सफर करने वालों को वातानुकूलित वेटिंग रूम में बैठने के लिए जेब ढीली करनी होगी। उन्हें यहां बैठने का शुल्क देना होगा, वो भी हर घंटे के हिसाब से। जानकारी के अनुसार पहले दो घंटे बैठने पर दस स्र्पये प्रति व्यक्ति और यदि ट्रेन लेट है और यात्री ज्यादा वक्त यहां बैठना चाहता हैं उसे हर घंटे 10 स्र्पये प्रति व्यक्ति के हिसाब से देना होगा।
वैसे प्लेटफार्म छह पर बने स्लीपर कोच के वेटिंग रूम में बैठने का कोई शुल्क नहीं है, लेकिन इस वेटिंग रूम के शौचालय का इस्तेमाल करने के लिए अग्रिम पांच स्र्पये शुल्क देना होगा। कोई यात्री शुल्क नहीं दे पाने में असमर्थ है तो उसे वेटिंग रूम में सामान रखकर स्टेशन के बाहर शौच के लिए जाना पड़ेगा। बिना शुल्क दिए कोई शौचालय का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। इतना ही नहीं प्लेटफार्म पर रेस्तरां भी है जिसमें खाना खाने से पहले रेट लिस्ट पढ़ना पड़ेगा क्योंकि सस्ते के चक्कर में यात्री को बड़ा भुगतान करना पड़ेगा।