जबलपुरPublished: Sep 21, 2020 08:40:25 pm
shyam bihari
जबलपुर में सांसद राकेश सिंह के निवास का घेराव करने से पहले ही युवा कांग्रेसी गिरफ्तार, अगले दिन भाजपा वालों ने राज्यसभा सांसद तन्खा का आवास घेरा
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जबलपुर। कोरोना जबलपुर में कहर ढा रहा है। आम लोग संक्रमण से जूझ रहे हैं। निजी अस्पताल इलाज के नाम पर लूट रहे हैं। इधर, कांग्रेस और भाजपा के युवा कार्यकर्ता एक दूसरे के सांसदों के आवास का घेराव कर रहे हैं। कोरोना संक्रमितों के इलाज में निजी अस्पतालों पर लापरवाही बरतने और सरकारी संरक्षण का आरोप लगाते हुए मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस ने रविवार को सांसद राकेश सिंह के सिविल लाइन स्थित निवास का घेराव किया। वे सांसद निवास तक पहुंचते, इससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। कांग्रेसियों ने निजी अस्पताल की मनमानी रोकने की मांग की। युवा कांग्रेस नेताओं ने इलाहाबाद बैंक चौराहे से सांसद निवास का घेराव करने के लिए रैली निकाली। नवयुग कॉलेज के समीप पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई। पुलिस ने बल का इस्तेमाल भी किया। प्रदर्शनकारी कार्यकताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। मध्यप्रदेश युवा कांगे्रस के कार्यकारी अध्यक्ष शशांक दुबे ने आरोप लगाया कि सरकार के संरक्षण के चलते निजी अस्पताल इलाज कोरोना के इलाज के नाम पर मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल मनमानी फीस वसूल रही है। स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो 24 सितम्बर को भोपाल तक पदयात्रा निकालेंगे। इस दौरान पीयूष सिंह, अस्सू खान, पलाश यादव, बादल पंजवानी, मनोज ठाकुर, रिजवान अली, रघु तिवारी, राहुल बघेल, रिंकू बदलानी, अरशद अली, राजेश विश्वकर्मा, रिहाब कोटी आदि उपस्थित थे।
भाजयुमो ने घेरा तन्खा का निवास
मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस की ओर से लोकसभा सांसद राकेश सिंह के निवास के घेराव के बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) जबलपुर महानगर ने सोमवार को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के निवास का घेराव किया। इस बीच कार्यकर्ताओं ने थाली बजाकर विरोध दर्ज कराया। भाजयुमो के नगर अध्यक्ष रंजीत पटेल ने आरोप लगाया कि राज्यसभा सांसद ने जनता की सुध तक नहीं ली। वे कोरोना संकटकाल में भी जनता के बीच नहीं पहुंचे। भाजयुमो कार्यकर्ताओं का आरोप था कि कांग्रेस कोरोना के नाम पर सिर्फ राजनीति कर रही है। जबकि, यह महामारी किसी एक वर्ग विशेष के लिए संकट नहीं है। यह तो सबके लिए खतरनाक है। इसलिए इस समस्या से सबको मिलकर निपटना होगा। आरोप-प्रत्यारोप लगा देने से हल नहीं निकलने वाला है।