आपको बता दें कि, जिले के बरगी विधानसभा इलाके के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवरी नवीन के लोग 100 रुपए महीने में निजी पानी किसान के ट्यूबवेल से पीने के लिए ले रहे हैं। इसपर भी बड़ी समस्या ये है कि, अगर गांव में बिजली न हो तो फिर उस पानी से भी ग्रामीण महरूम ही रह जाते हैं। गांव के सरपंच रामकुमार सैयाम का कहना है कि, गांव में बिजली न रहना भी काफी बड़ी समस्या है। इसलिए जब बिजली होती है, तब पानी भर लेते हैं। उन्होंने बताया कि, किसान को जो 100 रुपए महीना पानी लेने पर चुकाया जाता है, उसमें से 50 रुपए वो हर परिवार के लिए अपने पास से देते हैं।
वहीं, गांववालों का भी कहना है कि अगर बिजली नहीं आती तो कुएं का पानी पीते हैं और अन्य उपयोग के लिए भी उसी से पानी लेते हैं। लोगों का कहना है कि, यह व्यवस्था उन्होंने तब की है जब शासन-प्रशासन से उनके बार बार कहने के बाद अब उम्मीद खत्म हो चुकी है, ताकि यहां लोगों की प्यास के कारण मौत न हो।
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क्या कहते हैं सरपंच?
सरपंच रामकुमार सैयाम के अनुसार, हमारी ग्राम पंचायत के दो-तीन गांव पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। आसपास के इलाकों में भी इस तरह के ही हालात हैं। हमने अपनी ग्राम पंचायत में ये व्यवस्था कर रखी है, जिससे प्राइवेट नलकूप से पानी लेते हैं। अपने गांव टिनहेता में 50 रुपए हर घर से लेकर और 50 रुपए अपने पास से मिलाकर 100 प्राइवेट नलकूप वाले को देते, तब कहीं जाकर यहां लोगों तक उनकी मूल जरूरत का पानी पहुंच पा रहा है।
'जिम्मेदारों को कोई फिक्र नहीं'
गौरतलब है कि बरगी विधानसभा के चरगवां इलाके में पानी का गंभीर संकट है.। सरकारी नलकूप सूख जाने के कारण यहां अनेक गांवों में पानी का संकट बना हुआ है। यहां के कांग्रेस विधायक संजय यादव भी कई बार विधानसभा में पानी की समस्या को उठा चुके हैं, बावजूद इसके अबतक क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्या पर किसी जिम्मेदार का ध्यान नहीं गया है।
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