गोरखपुर से ग्वारीघाट तक 4.32 करोड की लागत से नॉन मोटराइज्ड ट्रैक बनाया गया है। सडक़ के दोनों ओर बनाए गए इस ट्रैक पर रात क समय लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है। इस ट्रैक से कॉलोनियों तक जाने वाले रास्ते को व्यवस्थित करने के साथ मार्किंग भी की गई है। ट्रैक पर हरे रंग का कीमत इम्लीशन लगाया गया है ताकि इसमें साइकिल आदि न फिसले। इसकी मार्किंग के लिए साइड में पीले रंग के पट्टे भी बनाए गए हैं।
ये है हालत
मौजूदा हालात विषम हो गए हैं, जहां करोड़ों की योजना के मुताबिक ट्रैक बनाने के बाद भी इसका रखरखाव नहीं किया गया है, जिससे इसमें जगह-जगह से अवरोध पैदा हो गए हैं। कुछ जगहों पर स्थिति यह हो गई है कि वहां संकरी सा एनएमटी ट्रैक बचा है। ट्रैक पर निर्माण सामग्री सहित धूल-मिट्टी है। इससे एनएमटी पर लोगों की गाडिय़ां पार्क होने लगी है। एनएमटी का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। यहां लगाई गई आकर्षक बिजली व्यवस्था भी ठप हो गई है।
मौजूदा हालात विषम हो गए हैं, जहां करोड़ों की योजना के मुताबिक ट्रैक बनाने के बाद भी इसका रखरखाव नहीं किया गया है, जिससे इसमें जगह-जगह से अवरोध पैदा हो गए हैं। कुछ जगहों पर स्थिति यह हो गई है कि वहां संकरी सा एनएमटी ट्रैक बचा है। ट्रैक पर निर्माण सामग्री सहित धूल-मिट्टी है। इससे एनएमटी पर लोगों की गाडिय़ां पार्क होने लगी है। एनएमटी का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। यहां लगाई गई आकर्षक बिजली व्यवस्था भी ठप हो गई है।
एक नजर
धूल-मिट्टी से दबा ट्रैक
जगह-जगह खोदा गया है ट्रैक
निकल रहा है इम्लीशन
एनएमटी पर अवैध पार्किंग
ट्रैक पर निर्माण सामग्री
ट्रैक की लाइटें बंद
जगह-जगह कब्जे -एनएमटी का रखरखाव किया जाएगा। यह जरूर है कि इसके कुछ हिस्सों की मरम्मत की जानी है लेकिन जल्द इसका सुधारकार्य होगा।
रवि राव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, स्मार्ट सिटी
धूल-मिट्टी से दबा ट्रैक
जगह-जगह खोदा गया है ट्रैक
निकल रहा है इम्लीशन
एनएमटी पर अवैध पार्किंग
ट्रैक पर निर्माण सामग्री
ट्रैक की लाइटें बंद
जगह-जगह कब्जे -एनएमटी का रखरखाव किया जाएगा। यह जरूर है कि इसके कुछ हिस्सों की मरम्मत की जानी है लेकिन जल्द इसका सुधारकार्य होगा।
रवि राव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, स्मार्ट सिटी