जबलपुर

साइकिल दौड़ी न पैदल चले लोग, करोड़ों गए पानी में

कपूर क्रॉसिंग से लेकर ग्वारीघाट तक बने नॉन मोटराइज्ड ट्रैक के परखच्चे उड़े

जबलपुरNov 09, 2021 / 09:51 pm

manoj Verma

रखरखाव की कमी और निगरानी नहीं होने से एनएमटी की धज्जियां उड़ गई

जबलपुर. शहर विकास के साथ स्मार्ट सिटी ने नॉन मोटराइज्ड ट्रैक (एनएमटी) कपूर क्रॉसिंग से लेकर ग्वारीघाट तक सडक़ के दोनों ओर बनाई है। इसे सुरक्षित रखने के लिए लोहे की ग्रिल भी लगाई है लेकिन रखरखाव की कमी और निगरानी नहीं होने से एनएमटी की धज्जियां उड़ गई है। आलम यह है कि इस ट्रैक पर साइकिल चली न ही यहां पैदल लोग चले। इस पर कब्जाधारी पसर गए हैं, जिससे सरकार के करोड़ों रुपए पानी में चले गए।
गोरखपुर से ग्वारीघाट तक 4.32 करोड की लागत से नॉन मोटराइज्ड ट्रैक बनाया गया है। सडक़ के दोनों ओर बनाए गए इस ट्रैक पर रात क समय लाइटिंग की भी व्यवस्था की गई है। इस ट्रैक से कॉलोनियों तक जाने वाले रास्ते को व्यवस्थित करने के साथ मार्किंग भी की गई है। ट्रैक पर हरे रंग का कीमत इम्लीशन लगाया गया है ताकि इसमें साइकिल आदि न फिसले। इसकी मार्किंग के लिए साइड में पीले रंग के पट्टे भी बनाए गए हैं।
ये है हालत
मौजूदा हालात विषम हो गए हैं, जहां करोड़ों की योजना के मुताबिक ट्रैक बनाने के बाद भी इसका रखरखाव नहीं किया गया है, जिससे इसमें जगह-जगह से अवरोध पैदा हो गए हैं। कुछ जगहों पर स्थिति यह हो गई है कि वहां संकरी सा एनएमटी ट्रैक बचा है। ट्रैक पर निर्माण सामग्री सहित धूल-मिट्टी है। इससे एनएमटी पर लोगों की गाडिय़ां पार्क होने लगी है। एनएमटी का अस्तित्व ही समाप्त होता जा रहा है। यहां लगाई गई आकर्षक बिजली व्यवस्था भी ठप हो गई है।
एक नजर
धूल-मिट्टी से दबा ट्रैक
जगह-जगह खोदा गया है ट्रैक
निकल रहा है इम्लीशन
एनएमटी पर अवैध पार्किंग
ट्रैक पर निर्माण सामग्री
ट्रैक की लाइटें बंद
जगह-जगह कब्जे

-एनएमटी का रखरखाव किया जाएगा। यह जरूर है कि इसके कुछ हिस्सों की मरम्मत की जानी है लेकिन जल्द इसका सुधारकार्य होगा।
रवि राव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, स्मार्ट सिटी
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