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कोरोना से इलाज के लिए लोग खुद ही बन रहे हैं डॉक्टर!

locationजबलपुरPublished: Jan 14, 2022 07:30:51 pm

Submitted by:

shyam bihari

जबलपुर में ऑनलाइन टेस्ट किट मंगवा रहे लोग, दवा भी घर पर मंगवा कर कर रहे हो कोविड कोर्स, संक्रमण की तीसरी लहर के बाद सेल्फ एंटीजन रैपिड टेस्ट किट की बिक्री बढ़ी

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जबलपुर। कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक के बाद जबलपुर शहर में सेल्फ कोविड-19 टेस्ट किट की बिक्री बढ़ गई है। बाजार में कुछ दुकानों से सेल्फ एंटीजन रैपिड टेस्ट किट बेचे जा रहे हैं। जिन्हेंन् बाजार से किट नहीं मिल पा रही है, वे ऑनलाइन और ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से सेल्फ कोविड टेस्ट किट मंगवा रहे हैं। कोरोना जांच की इस सुविधा ने अब प्रशासन की मुश्किल बढ़ा दी है। सेल्फ टेस्ट किट में पॉजिटिव मिलने पर कई लोग घर में ही कोविड-19 की दवा मंगा कर उसका सेवन कर रहे हैं। ऐसे कोविड-19 संक्रमितों के बारे में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को भनक नहीं लग रही है। कुछ जानकारियां मिलने के बाद प्रशासन की ओर से अब बाजारों से कोविड-19 टेस्ट किट और कोरोना/फ्लू सम्बंधी दवा खरीदने वाले लोगों का नाम पता जुटाया जा रहा है।
यह है स्थिति
– 199 से एक हजार रुपए तक कीमत है सेल्फ कोविड-19 टेस्ट किट की
– 2 माध्यम (ऑनलाइन और दवा दुकान) से उपलब्ध हो रही सेल्फ टेस्ट किट
– 2 हजार से ज्यादा टेस्ट किट की कुछ दिनों में हो चुकी है शहर में बिक्री

जागरूकता और जिम्मेदारी की जरूरत
विशेषज्ञों के अनुसार जागरूक व्यक्ति सेल्फ टेस्टिंग किट का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे लोगों को जिम्मेदारी दिखाते हुए संक्रमित होने पर प्रशासन (कोविड-19 कमांड कंट्रोल सेंटर) को सूचना देना चाहिए। ताकि, संक्रमित के स्वास्थ्य की बेहतर निगरानी हो सके। प्रशासन की ओर से सभी दवा कारोबारियों को निर्देशित किया गया है कि वे कोरोना के उपचार में उपयोग की जाने वाली दवा बेचने पर, सम्बंधित व्यक्ति (ग्राहक) का नाम, पता, फोन नंबर सहित रखें। संक्रमण की रोकथाम में दवा कारोबारी भी सक्रिय योगदान दे रहे हैं। वे सेल्फ टेस्ट किट खरीदने वाले ग्राहकों का ब्यौरा भी जिम्मेदारी के साथ रखें। इसकी प्रतिदिन प्रशासन को जानकारी दें।

कीमत बढ़ाने गुपचुप बिक्री
बाजार में अभी सेल्फ टेस्ट किट सीमित मात्रा में हैं। सूत्रों के अनुसार ज्यादा कमाई के लिए किट की बाजार में शॉर्टेज बनाई गई है। कुछ कारोबारी गुपचुप तरीके से ज्यादा कीमत लेकर सेल्फ टेस्ट किट बेच रहे हैं। ऐसे कारोबारी ग्राहक का रिकॉर्ड भी नहीं रख रहे हैं। इसकी जानकारी लगने के बाद अब सेल्फ टेस्ट किट की बिक्री पर शिकंजा कसने के साथ ही इसे खरीदने वाले लोगों का रिकॉर्ड अनिवार्य करने को लेकर प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है।

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