सवाल- जीएसटी के बाद भी आमजनों को पेट्रोल-डीजल के मामले में राहत नहीं मिली?
जवाब- जीएसटी में पेट्रोलियम प्रोडक्ट और अल्कोहल स्टेट के सब्जेक्ट हैं। ये उत्पाद आज भी वैट में हैं। देश के अन्य राज्यों को अपनी सुविधा अनुसार टैक्स निर्धारित करने का अधिकार है। मध्यप्रदेश में पेट्रोलियम प्रोडक्ट पर टैक्स कम करने देखेंगे विचार करेंगे। बातचीत करेंगे।
सवाल- बातचीत के बाद कितना कम हो सकता है टैक्स?
जवाब- यह कैसे बता सकते हैं। अभी जो है सो है।
सवाल- सांतवें वेतनमान को लेकर कर्मचारी संतुष्ट नहीं हंै?
जवाब- कुछ चीजें समय-समय पर होती है। कुछ चीजें हमने की है, कुछ चीजें आगे चलकर करेंगे। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता है, लोगों की अपेक्षाएं बढ़ जाती है। बड़ी स्वाभाविक सी बात है।
सवाल- उद्योग नहीं लगे, रोजगार के अवसर नहीं बढ़े?
जवाब- पूरी दुनिया में विश्वव्यापी मंदी चल रही थी, इसके बाद भी हमारे यहां फॉरेन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट बढ़ा है। यह बात ठीक है, इकोनॉमी स्लो है। अर्थव्यवस्था की उतनी गति नहीं रही जितनी होनी चाहिए। फिर भी हमारे यहां पूंजी निवेश आता जा रहा है, लोग आ रहे हैं काम कर रहे हैं।
सवाल- ऐसा लगता है प्रदेश में विकास की गति धीमी पड़ रही है?
जवाब- ऐसा नहीं है विकास की गति धीमी नहीं है। हम अधोसंरचना के कार्य कर रहे हैं। सड़क, बिजली, सिंचाई के साधन पर खर्च कर रहे हैं। मेडिकल कॉलेज बना रहे हैं, हास्पिटल बना रहे हैं। स्कूल बना रहे हैं कॉलेज बना रहे हैं। आगे भी यह कार्य जारी रहेंगे।
पड़ोसी राज्यों की राजधानी में पेट्रोल-डीजल के रेट
भोपाल 75.90 63.78
जयपुर 71.81 61.09
लखनऊ 71.56 58.40
रायपुर 69.72 61.74
भुवनेश्वर 68.28 61.09