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पेट्रोल-डीजल मप्र में सबसे महंगा, रसोई से लेकर बाजार तक महंगाई का हाहाकार

locationजबलपुरPublished: Oct 03, 2019 10:10:52 am

Submitted by:

Lalit kostha

पेट्रोल-डीजल मप्र में सबसे महंगा, वैट में वृद्धि का असर, एक पखवाड़े से बढ़ रही कीमतें
 

जबलपुर/ पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों से आम आदमी की परेशानी फिर बढ़ गई है। प्रदेश सरकार द्वारा 20 सितम्बर को दोनों ईंधनों पर पांच-पांच प्रतिशत वैट बढ़ाने के बाद एक पखवाड़े में शहर में पेट्रोल 4.69 रुपए और डीजल 4.26 रुपए महंगा हो गया है। इसका असर मालाभाड़ा सहित खाद्य पदार्थों और सब्जियों पर भी पड़ा है। घरों के किचन का बजट भी गड़बड़ा गया है। वैट बढ़ाए जाने से पहले (20 सितम्बर) पेट्रोल 78.31 रुपए और डीजल की कीमत 69.74 रुपए प्रति लीटर थी। 20 सितम्बर को पेट्रोल-डीजल पर वैट क्रमश: 28 से 33 और 18 से 23 प्रतिशत कर दिया गया। शहर में दो अक्टूबर को पेट्रोल करीब 83 रुपए और डीजल 74 रुपए लीटर बिका।

पेट्रोल-डीजल के दाम 4.50 रुपए बढ़े, किचन का बजट गड़बड़ाया

 

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डीजल की बिक्री प्रभावित
शहर में 3.50 लाख लीटर डीजल और 2.30 लाख लीटर पेट्रोल की प्रतिदिन की खपत होती है। जबलपुर पेट्रोल डीजल डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अखिल मेहता ने बताया कि पेट्रोल की खपत में मामूली गिरावट आई है, लेकिन डीजल की बिक्री पर ज्यादा असर हुआ है। इसका कारण दाम में वृद्धि के साथ बारिश भी है।

सब्जियों पर भी असर
बारिश से टमाटर की खेती प्रभावित हुई है। इसलिए कर्नाटक से इसकी सप्लाई हो रही है। मंडी से शहर के दूरदराज इलाकों में पहुंचाने के लिए वाहन चालकों ने भाड़ा बढ़ा दिया है। फुटकर सब्जी विक्रेता संदीप कुशवाहा ने बताया कि ऑटो चालक भी प्रति बोरी 5-10 रुपए अधिक भाड़ा मांग रहे हैं।

रसोई गैस 16 रुपए महंगी
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों का असर रसोई गैस पर भी पड़ा है। एक अक्टूबर से इसके दाम 16 रुपए बढ़ गए। लोगों को 14.2 किलोग्राम सिलेंडर के लिए 597 रुपए की जगह 613 रुपए देने पड़ रहे हैं। इसी प्रकार 19 किग्रा वाला कमर्शियल सिलेंडर भी महंगा हो गया है। जिससे घर का बजट गड़बड़ होने लगा है।

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