भोग का निर्धारण
संतान प्राप्ति- मिष्ठान का भोग
धन प्राप्ति- ऋतु फल या खीर का भोग
यश प्राप्ति- ब्राह्मणों का वस्त्रदान
सुख-शांति की प्राप्ति- वेदपाठी ब्राह्मणों का भोजन
पितृपक्ष 2019: यदि ऐसे की पूजा तो नाराज हो जाएंगे पितर, भूलकर न करें ये काम
ज्योतिर्विद जनार्दन शुक्ला के अनुसार पितृपक्ष में घर में कलह नहीं करना चाहिए। श्राद्ध के दिन मीठी वस्तु का भोग लगाना चाहिए। भोग के साथ गौ ग्रास, कौआ और कुत्ते को अवश्य खिलाना चाहिए। पितर प्रसन्न होते हैं तो सुख समृद्धि का आशीर्वाद देकर पितृ मोक्ष अमावस्या को बैकुंठ धाम जाते हैं। श्राद्ध कर्म जिस दिन किया जाए, उस दिन द्रव्य दान, अन्न दान, मिष्ठान दान करना चाहिए। ब्राह्मणों, गरीबों एवं जरूरतमंदों को भोजन कराना चाहिए। जबकि, श्राद्ध तिथि के दिन मनोकामना पूर्ति के लिए भोग लगाने के लिए अगल-अलग वस्तुओं का निर्धारित किया गया है। पितृ पक्ष में सर्वाधिक लोग ग्वारीघाट में तर्पण एवं श्राद्ध कर्म करने पहुंच रहे हैं। वहीं तिलवाराघाट, जिलहरीघाट, लम्हेटाघाट और भेड़ाघाट स्थित सरस्वती घाट में लोग सुबह पितरों का जल तर्पण करते दिख रहे हैं।
पितृपक्ष 2019: सच्चे मन से बुलाएं पितरों को, आस्था से करें तर्पण, श्राद्ध तो प्रसन्न होंगे पूर्वज
घाटों पर स्वच्छता का अभाव-
नर्मदा का जल स्तर कम होने के बाद बाद तटों पर स्वच्छता का अभाव दिखाई दे रहा है। घाटों पर फिसलन की स्थिति बन गई है। ऐसे में पितृ पक्ष में श्रद्धालुओं को असुविधा हो रही है।