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रहवासी क्षेत्रों में ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों की भरमार

locationजबलपुरPublished: Oct 30, 2021 11:24:06 pm

Submitted by:

manoj Verma

अनदेखी : अग्नि घटनाओं के बाद भी प्रशासन ने नहीं लिया सबक

Plenty of warehouses of flammable materials in residential areas

रहवासी क्षेत्र अघोषित रूप से बन गए कार्मर्शियल

जबलपुर. शहर के रहवासी क्षेत्र अघोषित रूप से कार्मर्शियल बन गए हैं। इन क्षेत्रों की निगरानी नहीं होने से यहां बने हुए घर ज्वलनशील पदार्थों के गोदाम बनते जा रहे हैं, जबकि इन जगहों पर पहले कई अग्निकांड हो चुके हैं। दीवाली त्योहार सिर पर है लेकिन उसके बाद भी प्रशासन की ओर से सुरक्षा को देखते हुए कोई कदम नहीं उठाया गया है, जिससे ये क्षेत्र अतिसंवेदनशील श्रेणी में आ गए हैं।
शहर के पॉश इलाकों सहित अन्य रहवासी क्षेत्रों में ज्वलनशील पदार्थों के गोदाम बढ़ते जा रहे हैं। इनमें से कुछ अतिज्वलनशील पदार्थों के गोदाम घनी बस्ती में हैं, जहां पहले कई अग्नि दुर्घटनाएं हो चुकी है। हादसे के समय रहवासी क्षेत्र को खाली भी कराना पड़ा था। इसके बावजूद इन जगहों से गोदाम हटाए नहीं गए हैं, बल्कि प्रशासनिक सांठगांठ से इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
घरनुमा बने हैं गोदाम
शहर के राइटाउन, जगदम्बा कॉलोनी, शीतलपुरी, आनंद कॉलोनी सहित अन्य रहवासी क्षेत्रों में घरनुमा गोदाम बना दिए गए हैं। जानकार कहते हैं कि इन क्षेत्रों में घर एक-दूसरे से लगे हुए हैं। इनमें दिन-रात भारी वाहनों की लोडिंग-अनलोडिंग चलती रहती है, जिससे इन क्षेत्रों की शांति छिन्न-भिन्न हो गई है। लोगों का कहना है गोदामों में ज्वलनशील पदार्थ होने से आग लगने का खतरा बना रहता है।
शहर के पॉश इलाकों सहित अन्य रहवासी क्षेत्रों में ज्वलनशील पदार्थों के गोदाम बढ़ते जा रहे हैं। इनमें से कुछ अतिज्वलनशील पदार्थों के गोदाम घनी बस्ती में हैं, जहां पहले कई अग्नि दुर्घटनाएं हो चुकी है। हादसे के समय रहवासी क्षेत्र को खाली भी कराना पड़ा था। इसके बावजूद इन जगहों से गोदाम हटाए नहीं गए हैं, बल्कि प्रशासनिक सांठगांठ से इनकी संख्या बढ़ती जा रही है।
घरनुमा बने हैं गोदाम
शहर के राइटाउन, जगदम्बा कॉलोनी, शीतलपुरी, आनंद कॉलोनी सहित अन्य रहवासी क्षेत्रों में घरनुमा गोदाम बना दिए गए हैं। जानकार कहते हैं कि इन क्षेत्रों में घर एक-दूसरे से लगे हुए हैं। इनमें दिन-रात भारी वाहनों की लोडिंग-अनलोडिंग चलती रहती है, जिससे इन क्षेत्रों की शांति छिन्न-भिन्न हो गई है। लोगों का कहना है गोदामों में ज्वलनशील पदार्थ होने से आग लगने का खतरा बना रहता है।- उखरी रोड पर तेल के गोदाम में आग लगी थी, हादसे में आजू-बाजू के घर खाली कराए गए थे।
हो चुके हैं हादसे
– शीतलपुरी में घी के गोदाम में आग लग चुकी है। हादसे में घी के टीन बम जैसे फूट रहे थे।
– राइट टाउन के टायर गोदाम में दो बार आग लगी है, जिसमें गोदाम की छत तक गिर गई थी।
– मेडिकल बस्ती से लगी टेंट हाउस में आग लगी थी, जिसमें रसोई गैस के सिलेन्डर फूट रहे थे।
दीवाली में आग लगने की आशंका
दीवाली त्योहार में सुरक्षा नहीं होने से आग लगने की आशंका प्रबल है। जानकार कहते हैं कि इन गोदामों में सुरक्षा को लेकर कोई प्रबंध नहीं है। इन गोदामों से लगे मकान हैं।
संकरी सडक़ तक पहुंच गए गोदाम
रहवासी क्षेत्रों में संकरी सडक़ों तक ये गोदाम पहुंच गए हैं, जिसमें प्लाईबोर्ड, बिजली की लकड़ी फिटिंग, कागज सहित अन्य कैमिकल, खानपान सहित अन्य वस्तुएं शामिल हैं।
बचा रहे हैं टैक्स
जानकार कहते हैं कि रहवासी क्षेत्रों में गोदाम बनाकर वे कार्मर्शियल का टैक्स बचा रहे हैं, जबकि इन जगहों का कार्मर्शियल इस्तेमाल किया जा रहा है। निगरानी नगर निगम के द्वारा नहीं की जा रही है। इससे निगम के राजस्व को भी चूना लग रहा है।
-पुरानी अग्नि घटनाओं को देखते हुए अग्निशमन दल अलर्ट है। रहवासी कॉलोनियों से गोदाम हटाने की कवायद की गई है। इन गोदामों को निगम की ओर से नोटिस भी दिए गए हैं।
कुषाग्र ठाकुर, प्रभारी, अग्निशमन
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