जबलपुर. ‘केंद्र सरकार अपने वादे पूरा करने में नाकामयाब रही है। जनता इसका जवाब देगी। उपचुनावों में भाजपा की हार जनता का मूड बता रही है।’ ये बात कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री
अशोक गहलोत ने मंगलवार को सर्किट हाउस में प्रेसवार्ता में कहीं। उन्होंने केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर जारी घटनाक्रम पर कहा कि पीएनबी घोटाले से लेकर मप्र, राजस्थान, यूपी, बिहार के उप चुनाव नतीजों से सरकार घबराई है। इसलिए सदन में बहस नहीं होने दी जा रही। चुनाव से पहले कर्नाटक में लिंगायत समाज को धर्म का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर कहा कि इसमें कोई बुराई नहीं है जबकि दिल्ली के मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल के माफी अभियान को उन्होंने राजनीति करार दिया।
गहलौत ने कहा- मोदी सरकार ने 4 वर्षों में महज झूठी घोषणाएं की हैं। देश में नफरत घृणा, अशांति व अराजकता का माहौल व्याप्त है। उन्होंने कहा कि देश में सभी वर्गों में निराशा व्याप्त है और तीन राज्यों में होने वाले विस चुनावों में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। उन्होंने दावा किया कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मोदीजी को जनता सरकार से बाहर का रास्ता दिखाएगी। उन्होंने ईवीएम पर संदेह जताते हुए कहा कि
गुजरात चुनाव के बाद ईवीएम मशीन की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगा है। न केवल आम लोगों को संदेह हो रहा है बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने भी ईवीएम मशीन में टेंपरिंग होने की आशंका से इंकार नहीं किया है। उन्होंने कहा कि लालू को सजा होने से कांग्रेस का उनकी पार्टी से हुए गठबंधन पर कोई असर नही होगा।
रवाना होंगे डिंडोरी-यहां रात्रि विश्राम के बाद वे डिंडोरी के लिए रवाना होंगे। वहां वे पूर्व मुख्यमंत्री
दिग्विजय सिंह की नर्मदा यात्रा में शामिल होंगे। इसके बाद बांधवगढ़ नेशनल रिजर्व पार्क जाएंगे। २३ मार्च को वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इस दौरान कुणाल चौधरी, कांग्रेस नगर अध्यक्ष दिनेश यादव, जिलाध्यक्ष राधेश्याम चौबे, झल्लेलाल जैन, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर, आलोक मिश्रा, चमन श्रीवास्तव, केवलकृष्ण आहूजा, शशांक दुबे, मुकेश राठौर, पिंकी मुद्गल, टीकाराम कोष्टा मौजूद थे।