शहर के व्यस्ततम और प्रमुख चौराहों पर बेरीकेड लगा दिए गए हैं। चौराहों की निगरानी के लिए सिर्फ कैमरे ही सहारा हैं। इन जगहों पर पुलिस मौजूद नहीं है, जिससे लॉकडाउन में भी लोग आ जा रहे हैं। एक्सपोज टीम ने जब शहर के प्रमुख चौराहे नगर निगम, ब्लूम चौक, बल्देवबाग, छोटी लाइन, रामपुर आदि का देर रात जायजा लिया तो यह देखने में आया कि इन जगहों से लोग आ जा रहे थे। लॉकडाउन का कोई असर नहीं था। पीला न लाल पर्ची की व्यवस्थाहाल ही में लॉकडाउन के समय बेवजह घूमने वालों पर कार्रवाई करने के लिए पुलिस ने पीली और लाल पर्ची काटने का नियम बनाया है ताकि ऐसे लोगों पर कार्रवाई हो सके, जो फालतू घूमकर कोरोना संक्रमण के दौरान खुद को खतरे में डाल तो रहे हैं लेकिन इससे उनके परिवार को भी खतरा है।
ये थे हालात नगर निगम नगर निगम चौराहे पर फायरब्रिगेड के सामने कंट्रोल रूम खाली पड़ा हुआ था। चौराहे पर स्टॉपर लगाए गए थे। पुलिस नहीं थी, जबकि यहां से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी है।ब्लूम चौकशहर का सबसे व्यस्ततम ब्लूम चौक पर ब्रिज से पुराने बस स्टैंड रोड पर दो स्टॉपर लगे हुए थे। लेफ्ट टर्न पर रबर के बेरीकेड के अलावा यहां कोई नहीं था।
छोटी लाइन यहां रोटरी के किनारे नगर निगम के जोन कार्यालय के समीप पुलिस मौजूद रहती है, जो मौजूदा समय में नहीं थी। यहां रामपुर की ओर वाहन आ जा रहे थे। रामपुर तिराहा
रामपुर तिराहे पर सिग्नल बिल्ंिक कर रहा था। नर्मदा रोड पर स्टॉपर लगे थे। यहां खाकी नहीं थी। यहां रफ्तार से चार पहिया वाहन गुजर रहे थे, जिसमें दो से अधिक लोग थे। बल्देवबाग
बल्देवबाग चौराहे पर सन्नाटा पसरा हुआ था। यहां कॉलोनी की ओर वाहन आ जा रहे थे। चौराहे के किनारे पेट्रोल पम्प के किनारे स्टॉपर लगे हुए थे। खाकी नहीं थी। रात के समय संभावित क्षेत्रों में पुलिस रहती है लेकिन पेट्रोलिंग सतत की जा रही है। पीली-लाल पर्ची भी काटना शुरू कर दिया गया है।
– अमित कुमार, एएसपी (सिटी)