नक्षत्र- उग्रसंज्ञक ऊध्र्वमुख नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र रात्रि 10.47 तक उपरंात उत्तराभाद्रपद नक्षत्र रहेगा। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में शिक्षा, कारीगरी, कलाकोशल, उपनयन, शिल्प विद्या, क्रय विक्रय जैसे कार्य सम्पादित करना मंगलकारी माना जाता है। वहीं उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में जलयंत्र निर्माण जैसे कार्य शुभ मंगलकारी माने जाते हैं।
शुभ मुहूर्त – आज पितर पक्ष की पूर्णिमा तिथि है आज से पितर पक्ष का शुभारम्भ हो रहा है। पितर तर्पण, पिण्डदान, हवन शंाति का कार्य संंपादित करना अत्यंत शुभ रहेगा।
श्रेष्ठ चौघडि़ए – आज 7.30 से 9.00 शुभ दोपहर 1.30 से 4.30 लाभ, अमृत तथा रात्रि 9.00 से 10.30 शुभ की चौघडिय़ा शुभ तथा मंगलकारी मानी जाती है।
व्रतोत्सव- आज : स्नान दान पूर्णिमा, महालयारंभ, श्राध्द पक्ष का शुभारंंभ हो रहा है। पितर पूजन पितर तर्पण शुभ रहेगा।
चन्द्रमा : प्रात: 4.10 तक कुम्भ राशि में उपरंात गुरु प्रधान राशि मीन राशि में संचरण करेगा।
ग्रह राशि नक्षत्र परिवर्तन: सूर्य के सिंह राशि में गुरु वृश्चिक राशि में तथा शनि धनु राशि के साथ सभी ग्रह यथा राशि पर स्थित हैं, सूर्य का पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में संचरण रहेगा।
दिशाशूल: आज का दिशाशूल पूर्व दिशा में रहता है, इस दिशा की व्यापारिक यात्रा को यथा संभव टालना हितकर है। चन्द्रमा का वास पश्चिम दिशा में है, सन्मुख एवं दाहिना चन्द्रमा शुभ माना जाता है।
राहुकाल: प्रात: 9.00.00 बजे से 10.30.00 बजे तक। (शुभ कार्य के लिए वर्जित)
आज जन्म लेने वाले बच्चे – आज जन्मे बालकों का नामाक्षर से,सो,सा,सी, अक्षर से आरंभ कर सकते हैं। पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में जन्मे बालकों की राशि कुम्भ होगी। राशि स्वामी शनि तथा ताम्रपाद पाया में जन्म माना जाएगा। कुम्भ राशि के जातक प्राय: सुंदर, मननशील, गम्भीर, आध्यात्मिक, प्रकृतिप्रेमी, दार्शनिक, आडंबर विरोधी, धैर्यवान तथा अनुशासन प्रिय होते हैं। जीवन के उत्तरार्ध अवस्था में आर्थिक विकास होता है।