news facts- गड़बड़ाया बिजली का गणित
मेंटेनेंस के नाम पर गुल हो रही बिजली, उपभोक्ता हलाकान
रोज 300 शिकायतें-
कम्पनी सूत्रों के अनुसार प्रतिदिन 200 से 300 शिकायतें आतीं हैं। एक ही शिकायत का समाधान करने में एक से दो घंटे लग जाते हैं। सभी शिकायतों का निराकरण नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है। रात में शिकायत आने पर दो से तीन घंटे लग जाते हैं।
ट्रांसफॉर्मर-
लोड बढऩे से ट्रांसफॉर्मर में अक्सर शॉर्ट सर्किट समेत अन्य तकनीकी खामियां आने की बात सामने आती है। एक ट्रांसफार्मर से सैकड़ो उपभोक्ता जुड़े होते हैं, जिन्हें लाइट गुल होने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
विद्युत पोल- किसी पक्षी या जानवर के पोल में चढऩे या कूदने से पोल में तार टकराने या शॉर्ट होने से बिजली गुल हो जाती है। इसे तत्काल सुधारा जाना चाहिए। कंपनी के कर्मचारी घंटों बाद पहुंचते हैं।
मीटर फॉल्ट –
कभी-कभी घर के मीटर में खराबी के कारण लोकल फॉल्ट आ जाता है। ऐसा लोड बढऩे या घटने से होता है। इसे सुधारने का तय समय तो एक से दो घंटा है, लेकिन यदि कहीं यह फॉल्ट आ जाए, तो पांच से दस घंटे तक लग जाते हैं।
कई स्थानों पर मैनटेनेंस चल रहा है, जिस कारण विद्युत की सप्लाई थोड़ी देर के लिए बंद कर दी जाती है। बाद में वह चालू हो जाती है। शिकातयों का निराकरण जल्द करने प्रयास किए जाते हैं।
– आइके त्रिपाठी, एसइ, सिटी सर्किल
केस 01 : गढ़ा कछपुरा
दृश्य : बंदर बिजली लाइन से चिपक गया। पूरे इलाके की विद्युत व्यवस्था चरमरा गई। दो से तीन घंटे बाद विद्युत महकमे के अधिकारी पहुंचे, इसके बाद जाकर सुधार कार्य किया जा सका। लगभग तीन घंटे तक लोग बिना बिजली के रहे। लोगों ने यह भी कहा कि बार-बार बिजली जाना वहां के लिए आम है।
केस 02 : मदन महल
दृश्य : पिछले कुछ दिनों से बिजली लाइन में फॉल्ट आने से पूरा इलाका अंधेरे में डूब जा रहा है। छोटे मोटे फॉल्ट के कारण आमजन प्रभावित हो रहे हैं। अधिकारी दावा कर रहे हैं कि मैनटेनेंस के चलते कहीं कहीं ऐसा हो रहा है।
ये शिकायतें अधिक
ट्रांसफॉर्मर का फ्यूज उडऩा
ट्रांसफॉर्मर में शॉर्ट सर्किट से आग लगना
बिजली लाइनों में शार्ट सर्किट
कर्मियों की स्थिति
रात 12 से सुबह आठ बजे 54 कर्मी
सुबह आठ से शाम चार बजे 117 कर्मी
शाम चार से रात 12 तक 160 कमीर्
277 कुल कर्मचारी
03 लाख 10 हजार शहर में कुल उपभोक्ता
250 लगभग रोजाना शिकायतें