75 फीसदी सब्जेक्टिव और 25 प्रतिशत ऑब्जेक्टिव सवाल
सब कुछ ठीक रहा तो अगले साल से बोर्ड ऑब्जेक्टिव भी पूछेगा। कम से कम 25 फीसदी प्रश्न ऑब्जेक्टिव होंगे, जिनमें मल्टीपल च्वाइस क्चेश्चन शामिल होंगे। वहीं सब्जेक्टिव सवाल 75 प्रतिशत पूछे जाएंगे। सब्जेक्टिव प्रश्नों की संख्या कम की जाएगी ताकि छात्रों को विश्लेषणात्मक और रचनात्मक जवाब देने के लिए पर्याप्त समय मिल सके। दसवीं के कई सबजेक्ट में सीबीएसई ने पहले ही 20 अंकों का मल्टीपल च्वाइस सवाल पूछने का प्रावधान किया हुआ है।
इस वजह से किया जा रहा चेंजेस
छात्रों के मूल्यांकन की प्रक्रिया में बदलाव करने की एक वजह केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा वर्ष 2021 में पीसा में भाग लेने की घोषणा करना है। दूसरी वजह नेशनल असेसमेंट सर्वे 2017-18 में 10वीं के छात्रों का खराब प्रदर्शन है। नेशनल असेसमेंट सर्वे के रिपोर्ट कार्ड के अनुसार मैथ्स, साइंस, सोशल साइंस, इंग्लिश और आधुनिक भारतीय भाषाओं में दसवीं के छात्रों का प्रदर्शन क्रमश: 52, 51, 53, 58 और 62 फीसदी था। हालांकि, इनमें राज्यों के शिक्षा बोर्ड के मुकाबले सीबीएसई के छात्रों का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर था।